गाडरवाड़ा l कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना के मार्गदर्शन में एक जिला एक उत्पाद अंतर्गत गाडरवारा तुअर दाल एवं करेली गुड़ वर्कशॉप बिजनेस मीट के द्वितीय दिवस 15 सितंबर को एनटीपीसी गाडरवारा के तरंग ऑडिटोरियम में एफपीओ के लिए मार्केट लिंकेज एवं क्षमता संवर्धन का आयोजन किया गया।

      जॉइंट डीजीएफटी इंदौर/ भोपाल श्री सुविध शाह द्वारा एक्सपोर्ट कॉन्क्लेव विषय पर विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने एक्सपोर्ट के महत्व एवं मध्यप्रदेश एक्सपोर्ट के विषय पर तकनीकी जानकारी से अवगत कराया। उन्होंने किसी भी उत्पाद को एक्सपोर्ट करने के लिए आवश्यक बिंदुओं पर चर्चा की। केन्द्र एवं राज्य शासन द्वारा दी जाने वाली विभिन्न सुविधाओं एफपीओ को जोड़ने के लिए मार्गदर्शन दिया।

      मध्यप्रदेश राज्य सहकारी जैविक उत्पाद एवं विपणन संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री सौरभ राय ने इस वर्कशॉप को किसानों के लिए हितकारी बताया।

      वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र नरसिंहपुर डॉ. आशुतोष शर्मा ने एफपीओ की क्षमता एवं संवर्धन पर चर्चा की। उन्होंने गाडरवारा तुअर दाल एवं करेली गुड़ की लिंकेज के संबंध में गुणवत्ता सुधार के लिए मार्गदर्शन दिया। उन्होंने कहा कि सभी एफपीओ मिलकर बल्क में उत्पादन एवं प्रोसेसिंग करें तो किसानों को लाभ प्राप्त होगा।

      वैज्ञानिक गन्ना अनुसंधान केंद्र बोहानी डॉ. आशीष तिवारी ने गन्ना की किस्म एवं उन्नत तकनीक के बारे में जानकारी दी। वैज्ञानिक गन्ना अनुसंधान केंद्र बोहनी डॉ. दिनेश पंचेश्वर ने गन्ने में लगने वाले कीटव्याधि एवं रोग के लक्षण तथा उसके बचाव की जानकारी दी। एफपीओ की ओर से प्रतिनिधित्व करते हुए श्री योगेंद्र चौहान द्वारा कार्यशाला को उपयोगी बताते हुए सभी एफपीओ को एकजुट होकर कार्य करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इससे वृहद स्तर पर उत्पाद तैयार होगा एवं मार्केट लिंकेज सफल तरीके से किया जा सकेगा। इसके लिए उन्होंने विशेष प्रशिक्षण एवं एक्सपर्ट व्यक्ति की व्यवस्था करने के लिए जिला प्रशासन से सहयोग की अपेक्षा की।

      कार्यक्रम में एफपीओ के सभी चेयरमैन एवं अतिथियों का उप संचालक श्री उमेश कटहरे द्वारा बिजनेस मीट स्मृति पदक देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में विशेषज्ञएनटीपीसीएफपीओ के अध्यक्ष एवं सदस्यज़िले के प्रगतिशील कृषकप्राकृतिक खेती कर रहे कृषक और अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे। सभी ने ज़िला प्रशासन की इस पहल को सराहा।आभार प्रदर्शन उप परियोजना संचालक आत्मा श्रीमती शिल्पी नेमा ने किया।