जैविक तथा प्राकृतिक खेती के विभिन्न पहलुओं को वैज्ञानिकों ने प्रस्तुत किया ।

ग्वालियर। किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग द्वारा परम्परागत कृषि विकास योजना एवं नेशनल मिशन ऑन नेचुरल फार्मिंग कार्यक्रम में क्रियान्वयन की प्रगति, समीक्षा, पारस्परिक शिक्षण और प्रशिक्षण, श्रेष्ठ गतिविधि तथा उसके सफल क्रियान्वयन की रणनीति के लिए जिला ग्वालियर, शिवपुरी, मुरैना, टीकमगढ एवं निवाडी के कृषि अधिकारियों, इम्पेनल्ड सर्विस प्रोवाइडर एजेंसी के अधिकारियों-कर्मचारियों, लीड रिसोर्स फार्मर एवं सी.एस.ओ. के 150 प्रतिभागियों के साथ बुधवार को संभाग स्तरीय कार्यशाला का आयोजन कृषि महाविद्यालय ग्वालियर परिसर के "सेंटर फॉर एग्री बिजनिस इन्क्यूवेशन एण्ड इंटरप्रीयन्योरशिप" हॉल में किया गया।
निदेशक विस्तार सेवाएँ राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर के मुख्य आतिथ्य में आयोजित किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता संयुक्त संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास ग्वालियर संभाग ग्वालियर द्वारा की गई। कार्यशाला में उपस्थित सभी जिलों के इम्पेनल्ड सर्विस प्रोवाइडर एजेंसी के अधिकारियों द्वारा अपने क्लस्टरों के संबंध में पॉवर पॉइंट प्रेजेन्टेशन दिया गया। प्रेजेन्टेशन द्वारा कृषकों को जैविक तथा प्राकृतिक खेती के विभिन्न पहलुओं को वैज्ञानिकों ने प्रस्तुत किया ।
कार्यशाला में विस्तृत समूह चर्चा की गई, जिसमें प्रतिभागियों की जिज्ञासाओं तथा स्थानीय स्तर पर जैविक तथा प्राकृतिक खेती के संबंध में आने वाली कठिनाओं के समाधान प्रस्तुत किये गये ।