शासन द्वारा निर्धारित दर से अधिक दर में उर्वरक विक्रय करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी
छिंदवाड़ा l आज कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में कृषि एवं कृषि सहसंबंध विभाग पशुपालन, उद्यानिकी, मत्स्य पालन,सहकारिता विभाग एवं खाद्य विभाग की बैठक आयोजित कर विभागीय योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की गई, जिसमे कृषि विभाग के अंतर्गत नरवाई प्रबंधन तकनीक अपनाकर नरवाई जलाने से मुक्त ग्राम (Stubble burning free Village) योजना की विस्तृत जानकारी उप संचालक कृषि द्वारा दी गई, जिसमें-
उद्देश्य
नरवाई जलाने की घटनाओं को कम कर वायु प्रदूषण कम करना ।
मृदा में कार्बनिक पदार्थ बढ़ाना ।
गेहूँ की उत्पादकता बढ़ाना ।
उत्पादन लागत कम कर कृषको की आय को बढाना
हैप्पी सीडरध्सुपर सीडर के उपयोग से लाभः.
हैप्पी सीडरध्सुपर सीडर से गेंहूँ की सीधी बुवाई धान ध् मक्का कटाई के तुरन्त बाद कर दी जाती है जिससे गेंहूँ फसल 10.15 दिन पूर्व ही पक कर तैयार हो जाती है, जिससे गेहूँ की फसल मार्च माह के अंत में बढ़ने वाले तापमान (Terminal heat Stress) से बची रहती है जिससे उत्पादन अच्छा होता है।
हैप्पी सीडरध्सुपर सीडर से सीधी बुवाई करने पर बीज दर कम लगती है, जो उत्पादन लागत को कम करता हैए साथ ही फसल कटाई उपरांत सीधी बुवाई करने से नरवाई जलाने की आवश्यकता भी नहीं पड़ती है।
हैप्पी सीडर से सीधी बुवाई पर हैप्पी सीडर फसल अवशेष को काटकर जमीन की सतह पर छोड़ता जाता है, जिससे मल्च ;डनसबीद्ध की ऊपरी परत बन जाती है, जो कि खरपतवार की वृद्धि को एवं वाष्पीकरण को कम करने के साथ ही मृदा में कार्बनिक पदार्थ को बढ़ाता है।
इस योजनांतर्गत किसान सुपर सीडर / हैप्पी सीडर हेतु ऑनलाईन आवेदन कर प्रथम आये प्रथम पाये के आधार पर अनुदान पर कृषि यंत्र प्राप्त करे।
सुपर सीडरध् हैप्पी सीडर से सीधी बुवाई हेतु फसल प्रदर्शन 1 एकड़ प्रति किसान का होगाए जिसकी लागत रू. 1650/- प्रति एकडध्प्रति प्रदर्शन प्रति सीजन रहेगी। इस प्रकार किसान यदि मक्के की खेती के बाद मक्के की कडवी (फसल अवषेष) पर जीरोटिलेज तकनीक के द्वारा सुपर सीडर से नरवाई प्रबंधन करते हुए सीधे बोनी करने पर प्रति किसान प्रति एकड राषि 1650 रूपये का अनुदान किसान को दिया जायेगा।
बैठक में रबी सीजन हेतु बीज एवं उर्वरक भंडारण की समीक्षा करते हुए कलेक्टर महोदय द्वारा निर्देषित किया गया कि रबी सीजन में फसलों के उन्नत किस्मों का उन्नतषील किसानों के यहॉं प्रदर्षन लिया जावे एवं किसानों के मध्य उन्नतषील फसल किस्मों का प्रचार प्रसार मैदानी अमले के माध्यम से किया जाये। गेहॅू, चना एवं अन्य रबी फसलों की उन्नत किस्मों की व्यवस्था एवं उपयुक्तता पर चर्चा की गई। बैठक में उर्वरक व्यवस्था के तहत डीएपी उर्वरक के विकल्प एनपीके एवं अन्य संतुलित उर्वरकों के भरपुर प्रचार प्रसार करने के निर्देष दिये गये। कलेक्टर महोदय द्वारा यूरिया के वितरण के संबंध में शासन द्वारा निर्धारित दर 266.50 रूपये प्रति बैग पर ही किसानों को विक्रय सुनिष्चित किये जाने के निर्देष दिये गये। किसी भी परिस्थिति में निजी विक्रेताओं के द्वारा निर्धारित दर से अधिक दर पर यूरिया उर्वरक का विक्रय नही किया जाना चाहिए और न ही सहकारिता के माध्यम से निर्धारित दर से अधिक दर पर विक्रय किया जाये। निर्धारित दर से अधिक दर यूरिया उर्वरक का विक्रय किये जाने पर कठोर कार्यवाही की जावेगी।
सभी सेवा सहकारी समितियों मे उर्वरको की पर्याप्त उपलब्धता रहे, इस हेतु महाप्रबंधक जिला सहकारी केन्द्रीय बेैंक एवं जिला विपणन अधिकारी को निर्देषित किया गया।
पशुपालन विभाग अंतर्गत समस्त लक्षणों की सत प्रतिशत पूर्ति के निर्देश दिए गए एवं बैंकों में प्रेषित प्रकरणों अनुसार सभी प्रकरणों में हितग्राही को लाभ वितरण कराए जाने के निर्देश दिए। महाप्रबंधक जिला केंद्रीय सहकारी बैंक मर्यादित श्री एक के जैन द्वारा बैंक की समस्त गतिविधियों से बैठक में अवगत कराया गया एवं बैंक द्वारा की गई वसूली एवं वितरण राशि की जानकारी दी गई। कलेक्टर महोदय द्वारा निर्देशित किया गया कि पीएम जन मन के तहत लंबित रहे किसान क्रेडिट कार्ड को तत्काल जारी किया जाए उसके साथ ही साथ महाप्रबंधक जिला केंद्रीय बैंक मर्यादित द्वारा बैठक में अवगत कराया गया कि ड्रिप स्प्रिंकलर कल्टीवेटर मोटर पंप आदि यंत्रों पर 5 लाख तक बैंक द्वारा लोन दिया जा सकता है किसानों को चिन्हित कर अवगत कराया जाने का अनुरोध किया गया। उद्यानिकी विभाग अंतर्गत प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत गतिविधियों का चयन करने एवं संबंधित विभागों के सहयोग से लक्ष्य अनुसार पूर्ति करने के निर्देश दिए गए उसके साथ ही साथ समस्त विभागीय योजनाओं के लक्ष्य अनुसार शत प्रतिशत पूर्ति के निर्देश दिए गए।
बैठक में उप संचालक कृषि, डीन उद्यानिकी कॉलेज एवं सहसंचालक आंचलिक कृषि अनुसंधान केंद्र चंदनगाव छिंदवाड़ा, प्रमुख एवं प्रधान वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र चंदनगांव छिंदवाड़ा एवं देलाखारी, उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं, महाप्रबंधक जिला केंद्रीय सहकारी बैंक, उपायुक्त सहकारिता, जिला आपूर्ति अधिकारी, उपसंचालक उद्यानिकी, वेयर हाउस, जिला विपणन अधिकारी, कृषि अभियांत्रिकी व सभी संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।