कृषि के क्षेत्र में हैं व्यापक संभावनाएं, देशी बीज प्रणाली अपनाएं
खरगोन । शासकीय कन्या महाविद्यालय खरगोन में आंतरिक गुणवत्ता एवं आश्वासन प्रकोष्ठ के तत्वावधान में कृषि में रोजगार के अवसर एवं चुनौतियां तथा समाधान पर आधारित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन शनिवार को किया गया। मुख्य वक्ता गायत्री परिवार ट्रस्ट खरगोन के श्री संतोष पाटीदार ने कृषि के विभिन्न तरीके परंपरागत कृषि, जैविक कृषि, प्राकृतिक कृषि तथा जीरो बजट कृषि पर व्याख्यान देते हुए बताया कि हमारे पास कृषि के क्षेत्र में व्यापक संभावनाएं है। हमारे पास जो है उसे और बेहतर तैयार किया जाये और उसमे व्यावहारिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाया जाये तथा शुरुआत स्वयं से करें। देशी बीज प्रणाली को अपनाया जाये एवं भूमि संरक्षण किया जाए तथा रासायनिक खाद पर निर्भरता को कम करते हुए जैविक खाद के निर्माण की ओर अग्रसर हो। अतिथि ने विभिन्न प्रकार से जैविक खाद बनाने की विधियां भी छात्राओं को बताई तथा साथ ही संस्था में निर्मित नाडैप पीट की इकाई का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा जीव संरक्षण जनजागरण के लिए सकोरा अभियान प्रारंभ किया गया। आयोजन में 98 छात्राओं ने सहभागिता की जिन्हे सकोरे भी वितरित किये गये एवं उसमें पक्षियों के लिये नियमित जल के लिए संकल्प दिलाया गया।
आयोजन में नवांकुर संस्था धारा विकास समिति, जन अभियान परिषद खरगोन के श्री जितेन्द्र पाल एवं महाविद्यालय के आइक्यूएसी प्रभारी डॉ. एमएस सोलंकी सहित स्टाफ के सदस्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. एमके गोखले ने एवं आभार श्री विनोद कुमार द्वारा व्यक्त किया गया।