सीहोर के सेवानिया स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र सीआरडीई में कृषि चौपाल का सजीव प्रसारण एवं सह कृषक संगोष्ठी कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बताया गया कि शासन के निर्देशानुसार इन कार्यक्रमों के माध्यम से कृषको को विभिन्न फसलों की नवीन प्रजातियों की जानकारी दी जा रही है। जो कृषि अनुसंधान केन्द्रों द्वारा विकसित की गयी हैं।

 

 कार्यक्रम में बताया गया कि जिले की कृषि परिस्थिति के लिये विभिन्न फसलें मक्कामसूरबाजराबरसीमअरहरआमअनारअमरूदटमाटरलौकीभिंडीआलूसेमतरबूज आदि फसलों की लगभग 40 प्रजातियां किसानों के लिए उपयोगी है। कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा आगामी समय में कृषकों को सभी प्रजातियों की फसलों की जानकारी देकर इन फसलों के उपयोग एवं उत्पादन से लाभान्वित किया जाएगा। जिससे अधिक से अधिक किसानों को उन्नत प्रजातियों के शुद्ध बीज प्राप्त होगे।    


      कृषि वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को जानकारी दी गई कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा जलवायु परिवर्तनकीट एवं रोगों के बढ़ते हुये प्रकोप को ध्यान में रखते हुये प्रतिवर्ष कृषि की नवीन एवं अनुकूल तकनीके विकसित करके किसानों को  फसलों के नुकसान से बचाने का प्रयास किया जा रहा है। कृषि वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को विभिन्न फसलों, सब्जी, फलों एवं फूलों की प्रजातियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसके साथ ही किसानों को कृषि विज्ञान केन्द्र की तकनीकियो का अवलोकन एवं भ्रमण कराया गया। कार्यक्रम में कृषि विभाग उप संचालक श्री केके पांडेय, कृषि विज्ञान केंद्र प्रमुख श्री संदीप टोडवालउद्यानिकी विभाग सहायक संचालक श्री अनिल कुमार जाट सहित सभी विकासखण्डों कृषि विकास अधिकारी, कृषि वैज्ञानिक एवं कृषक उपस्थित थे।