मंदसौर जिले का एक किसान बीते दो सालों से अपने जिंदा होने का प्रमाण लिये घूम रहा है, पर कोई उसे जिंदा नहीं मान रहा है। इस वजह से उसे प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। हुआ यूं कि जिले के मल्हारगढ़ के नागर पिपल्या के किसान प्रभूलाल खारोल को किसान सम्मान निधि योजना से पहले चार किस्त मिलीं थीं। बाद में नापाखेड़ा पटवारी ने उन्हें योजना में मृत बता दिया। अब किसान खुद को जिंदा साबित करने की जद्दोजहद में लगा हुआ है। मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने इस मामले में संज्ञान लेकर कलेक्टर, मंदसौर से प्रकरण की जांच कराकर पीड़ित व्यक्ति की समस्या के समाधान के लिये की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।