भारतीय काल गणना पद्धति को पूरे विश्व में माना

विदिशा l प्रदेशव्यापी विक्रमोत्सव 2025, कोटि सूर्य उपासना कार्यक्रम का आयोजन विदिशा जिले में भी किया गया।
पशुपालन एवं डेयरी विभाग के राज्य मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री लखन पटेल ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। विदिशा के रविंद्र नाथ टैगोर सांस्कृतिक ऑडिटोरियम भवन में आयोजित इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रभारी मंत्री श्री लखन पटेल ने चैत्र नवरात्रि नव वर्ष की शुभकामनाएं अभिव्यक्त करते हुए कहा कि हम हिंदू वर्ष कैलेंडर की जानकारी आने वाली पीढ़ी को दे सकें , इस नैतिक दायित्व का निर्वहन जरूर करें। उन्होंने कहा कि आज हर घर में दीप जलाएं जाएं। उन्होंने विक्रम संवत को रेखांकित करते हुए कहा कि प्राचीन काल से ही भारतीय शिक्षा पद्धति में जीवन जीने की कला सिखाई जाती रही है।
प्रभारी मंत्री श्री लखन पटेल ने कहा कि भारतीय काल गणना पद्धति को दुनिया ने माना है। मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने संस्कृति संस्कार परंपरा का पालन करते हुए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने का अभिनव प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि हमारा नया साल ईश्वर की आराधना से चैत्र की पहली नवरात्रि से प्रारंभ होता है।
विदिशा विधायक श्री मुकेश टण्डन ने सभी को हिन्दी नववर्ष की शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि वर्तमान शिक्षा पद्धति में तेजी से बदलाव हो रहा है नई शिक्ष नीति में विद्यार्थियों को भारतीय शिक्षा पद्धति की कलाओं से बाकिफ कराया जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री जी द्वारा विक्रम सम्वत् से प्रारंभ होने वाले कैलेण्डर, भारतीय काल गणना, छोटी वैदिक समय इकाईयां, भारत में प्रचलित विभिन्न सम्वत् पर प्रकाश डाला है।
ब्रह्म ध्वज स्थापना
इस अवसर पर संस्कृति विभाग के समिति भोपाल के कलाकारों ने ब्रह्म ध्वज स्थापना वंदन कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। मुख्य अतिथि व प्रभारी मंत्री श्री लखन पटेल ने ब्रह्म ध्वज की पूजा अर्चना कर ध्वजारोहण किया।
चित्रण
नाट्य मंचन के माध्यम से कलाकारों ने सम्राट विक्रमादित्य जी के जीवन चित्रण की शानदार प्रस्तुति देकर दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित किया। यह कार्यक्रम हिन्दू नववर्ष एवं चैत्र नवरात्रि के अवसर पर आज रविवार को किया गया था। संस्कृति विभाग के कलाकारों भोपाल से आई टीम के सदस्यों के कलाकारों ने विक्रम महोत्सव2025 के तहत सम्राट विक्रमादित्य के जीवन , राजकाज एवं विक्रम संवत प्रारंभ करने पर आधारित आकर्षक ज्ञानवर्धक नृत्य नाटिका प्रस्तुति की, जिसे उपस्थित जनों ने खूब सराहा।
हिन्दू नववर्ष का सांस्कृतिक महत्व
हिन्दू नववर्ष का सांस्कृतिक महत्व अत्यधिक है, क्योंकि यह एक अवसर होता है। जब हम अपने पुराने वर्षो की कठिनाईयों, संघर्षों और समस्याओं को पीछे छोड़कर, एक नई शुरूआत करते है। यह एक पुनः निर्माण का समय है, जब हम अपने जीवन में सुधार और परिवर्तन लाने का संकल्प करते है।
विदित है कि मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग के आदेशानुसार विक्रम संवत् 2082 के शुभारंभ अवसर पर सूर्य उपासना कार्यक्रम के तहत नाट्य प्रस्तुति ‘‘सम्राट विक्रमादित्य‘‘ का मंचन किया गया है।
इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ पशुपालन एवं डेयरी विभाग के राज्यमंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री लखन पटेल समेत अन्य अतिथियों द्वारा मां सरस्वती जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन, माल्यार्पण और पूजन-अर्चना कर किया गया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गीता रघुवंशी , शमशाबाद विधायक श्री सूर्य प्रकाश मीणा, एनिमल बोर्ड ऑफ इंडिया के सदस्य श्री राम रघुवंशी, श्री संदीप डोंगर सिंह, श्री राकेश जादौन, श्री राकेश शर्मा, श्री कप्तानसिंह यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण कलेक्टर श्री रौशन कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री रोहित काशवानी सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारीगण व गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी शिक्षक छात्र-छात्राएं एवं बड़ी सख्या में नागरिक गण उपस्थित थे।