नीमच l एमएसएमई विभाग जावद कृषि  उपज मण्‍डी परिसर में मिलेट मिशन के तहत दो मिलेट प्रोसेसिंग उद्योग स्‍थापित करेगा। इन प्रोसेसिंग ईकाईयों को देखकर और कार्यशाला में प्राप्त जानकारी के आधार पर क्षेत्र के 50 से अधिक किसान नये खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग लगाने के लिए आगे आएगें। यह बात प्रदेश के एमएसएमई मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा ने सोमवार को  जावद में खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योगों की स्‍थापना पर आधारित दो दिवसीय कार्यशाला एवं उन्‍नत कृषकों की संगोष्‍ठी के समापन समारोह को सम्‍बोधित करते हुए कही। इस मौके पर सांसद श्री सुधीर गुप्‍तासीएफटीआरआईमैसूर की संचालक डॉ श्रीदेवी अन्‍नपूर्णा सिह एंव वैज्ञानिको का दलकलेक्‍टर श्री दिनेश जैनईएण्‍डवाय के प्रतिनिधि श्री सुनीलकुमार सांईएसडीएम श्रीमती शिवानी गर्ग,  श्री सचिन गोखरूश्री श्‍याम काबराश्री सोहनलाल मालीश्री अर्जुनमाली सहित अन्‍य जनप्रतिनिधिकृषि वैज्ञानिक एंव विभिन्‍न विभागों के अधिकारी तथा बडी संख्‍या में किसानबन्‍धु उपस्थित थे।  

      मंत्री श्री सखलेचा ने कहाकि खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग स्‍थापित करकिसानभाई अपनी आमदनी चार गुना बढा सकते है।उन्‍होने किसानों का आव्‍हान कियाकि वे कृषि वैज्ञानिकों ईएण्‍डवाय के प्रतिनिधियोंसीएमटीआरआई के वैज्ञानिकों से निरंतर संवाद सम्‍पर्क करफुड प्रोसेंसिंग यूनिट स्‍थापित करने के संबंध में जानकारी हांसिल करकलस्‍टर में छोट-छोटे कृषि आधारित खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग स्‍थापित करअपनी कृषि आय को बढाये। एमएसएमई विभाग के ईएण्‍डवाय प्रतिनिधि श्री सुनीलकुमार सांई ने खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग स्‍थापना के लिए लगने वाली मशीनरीआवश्‍यक लायसेंसलागतकच्‍चे माल की उपलब्‍धतामार्केटिंग,  पैकेजिंग‍ आदि के बारे में विस्‍तार से बताया। उन्‍होने कहाकि खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योगों की स्‍थाना के बारे में डिटेल्‍ड प्रोजेक्‍ट रिपोर्टहेण्‍डबुक आदि जानकारी एमएसएमई विभाग की वेबसाईड पर उपलब्‍ध है। उदयपुर से आये श्री प्रकाश सारस्‍वत ने कांट्रेक्‍ट फार्मिगप्राकृतिक खेतीजैविक खेतीहर्बल आधारित उद्योग की स्‍थापनामिलेट के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग की स्‍थापना आदि के बारे विस्‍तार से बताया और इन उद्योगों की स्‍थापना पर शासन की ओर से मिलने वाली अनुदान राशि की जानकारी दी।

      कार्यशाला को सम्‍बोधित करते हुए सीएफटीआरआई मैसूर की संचालक डॉ.श्रीदेवी अन्‍नपूर्णा सिंह ने खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग स्‍थापित करने के लिए तकनीकीडेवलपमेंटस्किल्‍ड डेवलपमेंटआवश्‍यक मशीनरी की उपलब्‍धता के कार्य में हर सम्‍भव सहयोग करने का विश्‍वास दिलाया। 

    सांसद श्री सुधीर गुप्‍ता ने कहाकि क्षेत्र का किसानसमृद्ध,प्रगतिशील  और नई तकनीकनई खेती को अपनाने वाला किसान है। क्षेत्र के किसान कृषि में नये नये प्रयोग करते रहते है। समय के साथ किसानों को खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योगों की स्‍थापना के लिए आगे आना होगा। फूड प्रोसेसिंग कर किसानबन्‍धु अपने उत्‍पाद से अच्‍छा लाभ अर्जित कर सकते है। उन्‍होने क्षेत्र के किसानों से मिलेट के उत्‍पादन के लिए आगे आने का आव्‍हान भी किया। कार्यशाला में प्रतिभागियों को वैज्ञानिकों द्वारा विभिन्‍न प्रकार के 100 से अधिक खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योगो के बारे में विस्‍तार से जानकारी दी गई। महाप्रबंधक उद्योग श्री अमरसिंह मौर ने अतिथियों का स्‍वागत किया और प्रदेश में लागू की गई नई एमएसएमई पालिसीनये उद्योगों की स्‍थापना पर शासन द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं और अनुदान के बारे में विस्‍तार से बताया। कार्यक्रम का संचालन डॉ.यतिन मेहता ने किया तथा अंत उप संचालक कृषि श्री दिनेश मंडलोई ने सभी का आभार व्‍यक्‍त किया।