नरसिंहपुर जिले में कृषि विभाग की स्वाइल हेल्थ फर्टीलिटी योजना के अंतर्गत किसानों के खेत से मृदा के नमूना लेने और मृदा परीक्षण के संबंध में जागरूकता लाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।

      उल्लेखनीय है कि विभिन्न फसलों में उर्वरकों के लगातार असंतुलित मात्रा में उपयोग से मृदा की गुणवत्ता‍ प्रभावित हुई है। मृदा में सूक्ष्‍म तत्वों के स्तर का पतामिट्टी की जांच के बाद ही लगाया जा सकता है।

      उप संचालक कृषि श्री उमेश कुमार कटहरे ने बताया कि जिले की मृदा में स्वाइल मैप के अनुसार सूक्ष्म पोषक तत्व आयरनजिंक एवं सल्फर की कमी पाई गई है। इनकी पूर्ति के लिए किसान बेहतर फसल उत्पादन के लिए अपने क्षेत्र के कृषि विस्तार अधिकारी से संपर्क कर स्वाइल एप के माध्यम से मिट्टी नमूना की जांच कराएं। उन्हें मिट्टी नमूना के विशलेषण उपरांत स्वाइल हेल्थ कार्ड प्रदाय किया जा सके। मिट्टी की जांच के बिना उर्वरकों का इस्तेमाल बिना डॉक्टर की सलाह के दवा के प्रयोग करने जैसा है। गर्मी के मौसम में खेत खाली होते ही मिट्टी की जॉंच करायेंमिट्टी का नमूना लेने के लिए यह सही समय है। मृदा जागरूकता अभियान के तहत विकासखंड चीचली के ग्राम जमाड़ा के कृषकों के यहां से मिट्टी नमूना एकत्रीकरण किये गये है।

      किसानों से अपील की गई है कि समय का सदुपयोग करते हुए मिट्टी नमूना देकर नि:शुल्क परीक्षण कराएं। किसान स्वाइल हेल्थ कार्ड की अनुसंशा के आधार पर फसलों में संतुलित मात्रा का उपयोग कर फसल का उत्पादन एवं गुणवत्ता बढाएं।