बैतूल l कलेक्टर श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी के निर्देश पर कृषि अभियांत्रिकी विभाग नरवाई प्रबंधन के लिए सोमवार को   बैतूल विकासखंड के ग्राम झाड़े गांव के कृषक श्री मुकेश  प्योरलाल अहाके के खेत में कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान स्ट्रा रीपर यंत्र का फिल्ड प्रदर्शन एवं अनुदान की जानकारी कृषकों को दी गई। कार्यशाला के दौरान किसानों को गेहूं की फसल कम्बांइन हॉरर्वेस्टर से कटाई उपरांत स्ट्रा रीपर से नरवाई को भूसा में परिवर्तित कर नरवाई प्रबंधन एवं कृषि आमदानी बढ़ाने के लिए जागरूक किया गया। कृषक स्ट्रा रीपर से कार्य करके न केवल भूसा बना सकता है। बल्कि 2 हजार की इस भूसे की गाड़ी को किसान लगभग 4500 से 5 हजार रूपये ट्रॉली बाजार में बेच सकता है। उन्होंने बताया कि कृषक स्ट्रा रीपर यंत्र कम्बांइन हॉरर्वेस्टर कटाई उपरांत एक एकड़ से 15 किलो से 50 किलो तक बचा हुआ गेहूं एकत्रित हो जाता है। जिससे 375 से 1250 तक का अतिरिक्त लाभ प्रति एकड़ हो जाता है। कार्यशाला के दौरान संचनालय कृषि अभियांत्रिकी भोपाल द्वारा निजी कस्टम हायरिंग हितग्राही श्री मुकेश अहाके के केन्द्र का निरीक्षण किया गया। साथ ही ग्राम-सिंगनवाड़ी के कृषक श्री प्रतीक चौधरी के खेत पर सुपर सीडर से कम्बांइन हॉरर्वेस्टर के कटाई उपरांत सुपर सीडर से खड़ी नरवाई में  मूंग जेएम-5 (60-75 दिन) की बोनी के प्रदर्शन का कार्य कृषकों के समक्ष किया गया। उल्लेखनीय है कि ग्राम जैतापुर, सिंगनवाडी, बैतूल बाजार, आरूल, सुहागपुर में सुपर सीडर से मूंग की बोनी का कार्य संपादित किया जा रहा है। इस अवसर पर सहायक कृषि यंत्री बैतूल डॉ. प्रमोद मीना, सहायक संचालक श्री दीपक सरियाम, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्रीमति अल्का कोड़ापे, बैंक मैनेजर श्री विवेक तिवारी, विभागीय कर्मचारी श्री इन्द्रभान सिंह, श्री तुषार राठौर, श्री प्रदीप बेलवंशी एवं कृषक उपस्थित थे।