पेटलावद (करवड) में स्थित कृष्ण भगवान संकुल संगठन में ट्रांसफॉर्म रूरल इंडिया फाउंडेशन और म.प्र. डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के संयुक्त तत्वाधान में बदलाव दीदी सम्मलेन का आयोजन मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री महिला एवं बाल विकास विभाग सुश्री निर्मला भूरिया की अध्यक्षता में किया गया। बदलाव दीदी सम्मलेन “मेरी कहानी मेरी जुबानी” कार्यक्रम में पेटलावद एवं थांदला विकासखंड से करीब 400 बदलाव दीदियां (CV) सम्मिलित हुई। मुख्य अतिथि के द्वारा दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारम्भ किया गया। अतिथि स्वागत के बाद वीडियो के माध्यम बदलाव दीदियों ने अपने-अपने अनुभव साझा किये, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य और सुशासन की बदलाव दीदियों ने अपने-अपने क्षेत्र में किये गए उत्कृष्ठ कार्यों को बताया।

         कैबिनेट मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया द्वारा दीदियों के कार्यों की एवं समाज के प्रति उनके योगदान की सराहना की गई एवं बदलाव दीदियों को सम्मानित भी किया गया। मंत्री द्वारा सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में भी बताया गया एवं झाबुआ जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित नई पहल “मोटी आई” के बारे में जानकारी दी गई। दीदियों को परिवार के साथ ही स्वयं का ख्याल भी रखने हेतु प्रेरित किया, ताकि पूरे परिवार की देखभाल हो सके। सिकल सेल एनीमिया, कुपोषण, बाल विवाह के विरुद्ध भी दीदियों को मुहीम छेड़ना चाहिए। आगामी दिवसों में इस तरह के और भी आयोजन बड़े स्तर पर करने के वादे के साथ मंत्री ने अपनी बात समाप्त की। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पेटलावद सुश्री तनुश्री मीणा ने बदलाव दीदियों द्वारा किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा करते हुए, समाज के विभिन्न आयामों में महिलाओं की उल्लेखनीय भागीदारी को रेखांकित किया।

         मंच पर अनुभव साझा के क्रम में शिक्षा की बदलाव दीदी झीता झोडिया के द्वारा बताया गया कि जब वह शिक्षा की बदलाव दीदी बनी तो शुरू-शुरू में स्कूल में बच्चो और शिक्षकों के बीच कार्य करने में संकोच होता था लेकिन प्रशिक्षण उपरांत धीरे-धीरे वह लगातार स्कूल के संपर्क में रही और स्कुल तथा बच्चो के हित को ध्यान में रख कर कार्य किया तो सभी चीजे सामान्य होती चली गयी। अब वह बच्चो के माता पिता से मिलती है बच्चो को रोज स्कुल जाने के लिए प्रेरित करती है एवं माता समिति के माध्यम से स्कूल की देखरेख करती है। स्वास्थ्य की बदलाव दीदी सविता सोलंकी और लीला निनामा द्वारा बताया गया कि पहले गाँव में गर्भवती महिलाएं और बालिकाएं आँगनवाड़ी से मिलने वाली आयरन गोली का सेवन नहीं करती थी जिसके कारण दीदी भी कमजोर रहती थी और उनके होने वाले बच्चे भी, बदलाव दीदी के माध्यम से उन्हें जानकारी मिली और अब वो आयरन की गोली का सेवन नियमित रूप से कर रही हैं। पहले गाँव में सभी गर्भवती महिलाओं पंजीयन भी नही करवाती थी जिसके कारण उनका न समय पर जाँच हो पाती थी ना ही जच्चे-बच्चे को नियमित टीका लग पाता था और ज्यादातर प्रसव भी संस्तागत नहीं होते थे। परन्तु अब खुशी की बात है कि इन परिस्थिथियो में सुधार आ गया है।पंचायत की बदलाव दीदी मीरा सोलंकी द्वारा बताया गया कि उनके प्रयासों से गाँव में ग्राम सभा को लेकर जागरूकता बड़ी है और आज गाँव की ज्यादातर महिलाएं ग्राम सभा में जा रही हैं। गाँव में दीदियाँ ग्राम पंचायत विकास योजना में भी पंचायत को सहयोग कर कर रही हैं और समुदाय की मांगों को पंचायत तक ना केवल पहुंचा रही है अपितु उसका समय-समय पर ग्राम सभा के माध्यम से ही आंकलन भी करते हैं। कार्यक्रम का संचालन अजय गेहलोत असोसिएट प्रेक्टिशनर टी आर आई एफ द्वारा किया गया। आभार प्रदर्शन कृष्णा रावत, जिला परियोजना प्रबंधक के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के दौरान पेटलावद जनपद अध्यक्ष श्री रमेश सोलंकी, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पेटलावद सुश्री तनुश्री मीणा, अन्य जनप्रतिनिधि, मध्य प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से डी. पी. एम., जनपद तथा जिले के विभागीय अधिकारीयों के साथ टी. आर. आई. एफ. एवं अन्य सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि और संकुल के पदाधिकारी उपस्थित रहे।