नरवाई प्रबंधन के लिए स्ट्रारीपर मशीन सहित अन्य विकल्पों का चयन करने की किसानों से अपील

सिवनी l सहायक कृषि यंत्री सिवनी द्वारा जानकारी देकर बताया कि फसल अवशेष में आग जनित बडी दुर्घटना को रोकने के लिए कृषि अभियांत्रिकी द्वारा ई- कृषि यंत्र अनुदान योजना के माध्यम से जिले में लगभग 123 कृषकों को स्ट्रारीपर मशीन का लाभ प्रदाय किया जा चुका है। यह मशीन किसान के लिए नरवाई प्रबंधन में बहुत ही उपयोगी है। जिलें में स्ट्रारीपर मशीन से अबतक लगभग 3500 कृषकों के खेतों से फसल अवशेष को भुसा में परिवर्तित किया गया है। जिसका उपयोग पशुआहार एवं ईंट-भट्टा में ईंधन के रूप में उपयोग किया जा सकता है। विभाग द्वारा रबी सीजन में गेहुँ के हार्वेस्टिंग के बाद फसल अवशेष (नरवाई) प्रबंधन के संबंध में मल्चर, श्रेडर, सुपरसीडर एवं स्ट्रारीपर का प्रदर्शन एवं प्रचार-प्रसार के माध्यम से जिले में लगातार जन जागरूकता लाने हेतु प्रयास किया जा रहा है। स्ट्रारीपर मशीन के उपयोग से किसान के खेत साफ हो जाते हैं। जिससे आग जनित जैसी दुर्घटनाओं से निदान मिलता है। पर्यावरण संरक्षण व सन्तुलन बना रहता है। किसान के खेत की मिट्टी स्वस्थ व उपजाऊ बनी रहती है। जिला प्रशासन द्वारा किसानों से नरवाई को न जलाकर नवीन तकनीक का लाभ लेने की अपील की गई है।