ग्वालियर। महात्मा श्री ज्योतिबा राव फुले ने शिक्षा की ज्योत जलाने सहित समाज सुधार के कई सराहनीय कार्य किये, उनके जीवन से हमें प्रेरणा लेना चाहिए, यही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी। यह विचार म.प्र.शासन सामाजिक न्याय विभाग के कैबिनेट मंत्री श्री नारायन सिंह कुशवाह ने "नंदलाल बाल कल्याण समिति" द्वारा आयोजित महात्मा फुलेजी की पुण्यतिथि कार्यक्रम के मौके पर जीवाजी विश्वविद्यालय के गालव सभागार में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये। श्री कुशवाहा ने कहा कि माँ सावित्री बाई फुले ने महिलाओं पर लगीं शिक्षा की बंदिशों को न केवल दूर करने का भागीरथी कार्य किया बल्कि अपने मान-अपमान की चिंता किए बिना समाज को आलोकित करने का काम किया। मंत्री श्री कुशवाहा ने कहा कि लोगों को जानकारी नहीं होगी कि महात्मा श्री ज्योतिबाराव फुले ने अंग्रेजों से संघर्ष कर किसानों के हित के लिए भी महती भूमिका का निर्वहन किया। इसी के फलस्वरूप उन्हें ब्रिटिश सरकार ने विदेश में सम्मानित किया। फुलेजी के जीवन से हमें यही प्रेरणा लेनी चाहिए कि समाज में शिक्षा सर्वोपरि है, जिसमें महिलाओं की भागीदारी भी बहुत आवश्यक है। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. गुलाब सिंह, पूर्व सदस्य पिछड़ा वर्ग आयोग ने की। बीज विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष श्री महेंद्र सिंह यादव,अ. भा. यादव सभा के उपाध्यक्ष श्री नवाब सिंह यादव, पूर्व पार्षद श्री जगत सिंह कोरव, न.नि. कार्य परिषद के सदस्य डॉ रवि अंबे,राजयोगी डीके प्रहलाद भाई,  परिषद सदस्य श्रीमती संगीता कटारे, प्रोफेसर डॉ.शांतिदेव सिसोदिया विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे। प्रारंभ में समिति के अध्यक्ष सहित श्री आनंद यादव, संजय सिंह, रूप सिंह राजपूत, बच्चन सिंह, सुरेश सिंह,सुधा एवं उषा पलिया सहित अन्य सदस्यों ने मुख्य अतिथि मंत्री श्री कुशवाह एवं अन्य अतिथियों का पुष्प मालाओं से स्वागत किया। पुण्यतिथि के मौके पर महात्मा फुले के जीवन पर नाटक एवं प्रतियोगिताएँ आयोजित की गई थीं। इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिला,पुरुष एवं बच्चे उपस्थित रहे।