विक्रम संवत नववर्ष का प्रथम दिन सृष्टि की रचना का दिवस-प्रतिमा बागरी

सतना l मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग मंत्रालय भोपाल के निर्देशानुसार विक्रम संवत् 2082 का शुभारंभ ईसवी कैलेण्डर 30 मार्च 2025 को होने के अवसर पर सूर्य उपासना आयोजन एवं नाट्य प्रस्तुति सम्राट विक्रमादित्य का मंचन रविवार को सतना जिले में व्यंकटेश मंदिर परिसर (व्यंकटेश लोक) सतना में किया गया। राज्य शासन द्वारा सतना जिले के लिए नामांकित नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर ब्रह्म ध्वज का पूजन कर मंदिर कलश पर स्थापित किया गया। सतना में रंग प्रवर्तन सांस्कृतिक समिति के कलाकारों द्वारा सम्राट विक्रमादित्य और विक्रम संवत की नववर्ष शुरुआत के संबंध में नाट्य मंचन कर जानकारी दी गई। इस अवसर पर महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ द्वारा प्रकाशित पुस्तिका भारत का नव वर्ष विक्रम संवत का वितरण भी किया गया। इस मौके पर सांसद गणेश सिंह, विधायक चित्रकूट सुरेन्द्र सिंह गहरवार, महापौर योगेश ताम्रकार, जिलाध्यक्ष भगवती प्रसाद पाण्डेय, कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस, सीईओ जिला पंचायत सुश्री संजना जैन, आयुक्त नगर निगम शेर सिंह मीना सहित जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी ने कहा कि हिन्दु सनातन धर्म में चैत्र प्रतिपदा, गुडी पडवा से नववर्ष की शुरूआत होती है। इस समय किसानों के खेत से फसल के रूप में अन्न घरों में आता है। मां दुर्गा की उपासना का पर्व नवरात्रि के साथ ही यह दिवस सृष्टि की रचना का प्रारंभिक दिवस है। उन्होंने कहा कि हमारे बुजुर्ग जन आज भी चैत्र नवरात्रि से नये वर्ष का प्रथम दिवस मानते हैं। वैवाहिक कार्यक्रमों, तीज त्यौहार, वैदिक कर्मों में यही संवत का कैलेण्डर पंचांग की तिथियों में उपयोग किया जाता है। राज्यमंत्री ने नववर्ष, विक्रमोत्सव, गुडी पडवा, चैती चांद और नवरात्रि की शुभकामनायें देते हुए कहा कि सभी त्यौहार मिल जुलकर हर्ष और उल्लास के साथ मनाये। राज्यमंत्री ने विक्रमोत्सव 2025 में सम्राट विक्रमादित्य का नाटय मंचन करने वाले रंग प्रवर्तन सांस्कृतिक समिति रूगवां के निदेशक प्रभाकर द्विवेदी विक्रमादित्य की भूमिका निभाने वाले हर्षवर्धन सिंह परिहार, साथी कलाकार अमितेश सेन, शिवम चौधरी, अनिषेक चौधरी, मानसी वर्मा, शिखा पाण्डेय, प्रेम वर्मा, अभिजीत चौधरी, पारदेश्वर शरण त्रिपाठी, श्रुति जैन, आकाश पटेल, रागनी वर्मा, अमन मिश्रा, पुनीत सिंह परिहार और
आकांक्षा रैकवार को शाल श्रीफल देकर सम्मानित किया।
सांसद श्री गणेश सिंह ने विक्रम संवत के शुभारंभ दिवस पर जिले के वासियों को बधाई देते हुए कहा कि आज का दिन राष्ट्र के लिए अद्वितीय दिवस है। उज्जयिनी के राजा सम्राट विक्रमादित्य ने आज के दिन से नये विक्रम संवत की शुरूआत की थी। सनातन हिन्दु धर्म की सभी वैदिक गतिविधियां इसी विक्रम संवत पर आधारित होती है। बीच में अंग्रेजों का शासन देश पर हुआ लोगों ने शिक्षा पद्धति के साथ अंग्रेजी कैलेण्डर भी अपना लिया। सांसद ने कहा कि अपना देश अब बदल रहा है। हमें अब अपनी पुरातन वैभवशाली सनातन संस्कृति और विश्व बंधुत्व वसुधैव कुटुम्बकम की भावना की ओर लौटना होगा। सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में आज पूरे प्रदेश में सभी जिलों में इसकी भव्य शुरूआत हुई है। पहली बार नववर्ष का कार्यक्रम सरकारी स्तर पर मनाने के लिए सांसद ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का आभार व्यक्त किया।
नगर निगम सतना के महापौर योगेश ताम्रकार ने कहा कि आज के दिन ब्रम्हा जी ने सृष्टि की रचना की। आज के दिन भगवान झूलेलाल जी का जन्म नवरात्रि की शुरूआत के दिवस पर विक्रम संवत के नववर्ष को मनाने का निर्णय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी की अच्छी पहल है। उन्होंने कहा कि विक्रमादित्य के नाटय के नाटय मंचन और नववर्ष की पुस्तिका से विक्रम संवत की शुरूआत और कालखण्ड की गणना कैसे शुरू हुई इसकी जानकारी मिली है।