सतना l खरीफ उपार्जन 2024 में धान विक्रय के लिए पंजीकृत 45606 किसानों के रकबे में फसल का सत्यापन सतना जिले में किया गया है। कलेक्टर अनुराग वर्मा ने सभी एसडीएम और तहसीलदारों को स्पष्ट निर्देश दिये हैं कि शत-प्रतिशत किसानों के रकबे का सत्यापन करें और इस बार धान का उपार्जन फसल गिरदावरी के आधार पर मात्रा आंकलित कर किया जायेगा। कलेक्टर के निर्देशानुसार सतना जिले में एसडीएम एवं तहसीलदारों द्वारा धान के विक्रय के लिए पंजीकृत किसानों के धान के रकबे का सत्यापन किया गया है। जिसमें लगभग 2557 हेक्टेयर रकबा सत्यापन के दौरान कम हुआ। एसडीएम एवं जिला आपूर्ति अधिकारी एलआर जांगडे ने बताया कि पंजीकृत 45 हजार 319 किसानों के खाते में 87 हजार 544 हेक्टेयर भूमि दर्ज थी। जिसमें सत्यापन के दौरान 2557 हेक्टेयर धान रकबे में कमी दिखी है। इनमें रामपुर बघेलान, नागौद, कोटर, उचेहरा, रघुराजनगर, कोठी, बिरसिंहपुर, मझगवां के सत्यापित किसानों के पास 84987 हेक्टेयर रकबे ही धान की बोनी की गिरदावरी की गई है। तहसीलवार सत्यापन के निष्कर्ष में तहसील रामपुर बघेलान में 14617 किसानों के पास से रकबा सत्यापन में 544 हेक्टेयर, तहसील नागौद में 10042 किसानों के रकबा सत्यापन में 223 हेक्टेयर, तहसील कोटर में 5888 किसानों के रकबे के सत्यापन में 121 हेक्टेयर, उचेहरा तहसील में 4307 किसानों के रकबा सत्यापन में 1115 हेक्टेयर क्षेत्र कम हुआ है। इसी प्रकार रघुराजनगर तहसील में सत्यापित 4369 किसानों के यहां 139 हेक्टेयर रकबा धान के लिए कम मिला है। तहसील कोठी में 2517 किसानों में से 146 हेक्टेयर, बिरसिंहपुर में 125 और मझगवां तहसील में 134 हेक्टेयर रकबा कम मिला है। इस प्रकार तहसीलदार और एसडीएम द्वारा किये गये 45319 किसानों के खसरे में बोई गई धान की फसल के आधार पर सत्यापन कराया गया। भौतिक सत्यापन के पूर्व रकबा 87544 हेक्टेयर भूमि में 84 हजार 987 हेक्टेयर ही पाया गया। सत्यापन के दौरान कुल 8 तहसीलों में 2557 हेक्टेयर का धान बोनी का रकबा घटाया गया है। राज्य शासन के निर्देशानुसार इस बार की धान खरीदी में धान की फसल की गिरदावरी के आधार पर ही मात्रानुसार धान की खरीदी की जायेगी।