भोपाल l मजदूर ट्रेड यूनियन के नेताओं ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल से कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की l मंत्री पटेल भी यूनियन की ज्यादातर मांगों पर सहमत ही नजर आए l मंत्री पटेल ने चर्चा के दौरान बताया कि सभी हम्मालों की मजदूरी एक समान नहीं हो सकती, इसका निर्धारण जोखिम के आधार पर होना चाहिए l उन्होंने बताया कि अनाज की बोरी, सीमेंट की बोरी ,पेस्टिसाइड की बोरी और बारूद की बोरी उठाने वाले हम्मालो की मजदूरी एक समान कैसे हो सकती है ?  जिस काम में जोखिम जितना ज्यादा है उसमें मजदूरी भी उतनी ज्यादा ही मिलनी चाहिए l इसी तरह उन्होंने बताया कि यदि मजदूर प्रदेश के बाहर जाते हैं या प्रदेश के बाहर के मजदूर यहां आते हैं तो उनके पंजीयन की व्यवस्था करनी चाहिए ताकि दुर्घटना के समय उनकी सही संख्या का निर्धारण हो सके और उनके परिवारों तक मदद भी पहुंच सके , पंजीयन के अभाव में मजदूरों की सही संख्या का आकलन करना संभव नहीं हो पाता है l हरदा पटाखा फैक्ट्री में हुए धमाके के बाद भी इसी तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा था क्योंकि जो लोकल मजदूर वहां काम कर रहे थे या जो दूसरे प्रदेशों से मजदूर काम करने आए थे उनका पंजीयन ही नहीं था l  मंत्री पटेल ने बताया की श्रम विभाग की अनेको योजनाएं हैं जिनसे श्रमिकों के परिवारों को भी बहुत कुछ मदद मिलती है और मिल सकती है l परंतु इसकी जानकारी सामान्यतः श्रमिकों को नहीं होती है इसलिए हम श्रम विभाग की योजनाओं का प्रचार - प्रसार, उनकी ब्रांडिंग भी करेंगे ताकि मजदूरों को इसकी जानकारी हो सके l