निजी स्कूलों की मनमर्जी और कमीशन खोरी पर अंकुश लगाने की जरूरत

विदिशा जिले में स्कूलों में नवीन शिक्षण सत्र प्रारंभ होने के बाद अभिभावकों को अपनेे बच्चों के लिये काॅपी-किताबें, यूनीफाॅर्म, जूते, टाई, बैग आदि की खरीदी के लिये परेशान होना पड़ रहा है। क्योंकि कई प्राईवेट स्कूल ऐसे हैं जो कमीशनखोरी के चलते किसी खास दुकान से ही अपने स्कूल की काॅपी-किताबें, यूनीफाॅर्म, जूते, टाई, बैग आदि खरीदने के लिये अभिभावकों पर दबाव डाल रहे हैं। प्राईवेट स्कूलों की इस कमीशनखोरी और मनमर्जी पर अंकुश लगाने की जरूरत है। अभिभावकों की इस परेशानी को संज्ञान में लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने आयुक्त, राज्य शिक्षा केन्द्र, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर तीन सप्ताह में जवाब मांगा है। आयोग ने कहा है कि अभिभावकों की इस समस्या का समाधान प्रदेश स्तर पर सभी प्राईवेट स्कूलों के लिये समान रूप से किये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही एवं दिशा-निर्देश दिये जायें। इसके बाद ही प्रतिवेदन दें।