विदिशा l वर्तमान में रबी फसलों की बौनी हेतु जिले में डीएपी एवं काम्प्लेक्स की आवश्यकता 30,000 मैट्रिक टन हैजिसमें से आज मंगलवार तक 20,000 मैट्रिक टन की पूर्ति की जा चुकी है। आगामी 30 नबम्वर तक केवल 10,000 मैट्रिक टन की आवश्यकता है। वर्तमान में सौराई रैक पॉइंट पर कोरोमंडल कंपनी की डीएपी की रैक लगी है। जिसमें से जिले की 22 सहकारी समितियों में 516 मैट्रिक टन, 07 निजी विक्रेताओं को 140 मैट्रिक टन एवं 05 डबल लॉक केन्द्रों पर 375 मैट्रिक टन डीएपी का भण्डारण कराया जाकर वितरण कराया जा रहा है। साथ ही वर्तमान में 806 मैट्रिक टन कॉम्प्लेक्स , 2723 मैट्रिकटन एसएसपी उपलब्ध है। इस प्रकार रबी फसलों की बौनी हेतु जिले में लगातार खाद की आपूर्ति की जा रही है। कृषक भाईयों से अपील की गई है कि रबी सीजन की बौनी की आवश्यकता के अनुसार ही उर्वरक का उठाव करें।

    जिले में कृषकों द्वारा रबी फसलों की बोवाई करते समय सुपर फास्फेट एवं यूरिया को बीज के साथ मिलाकर बौनी करने से उर्वरक एवं बीज के ढेले बन रहे। अतरू कृषक भाईयों को सलाह दी जा रही है कि वे सुपर फास्फेट अनुशंसित मात्रा में बौनी के पूर्व सीधे मिट्टी में मिलाएं।