वाशिंगटन । गर्भपात की गोली मिफेप्रिस्टोन को टेलीमेडिसिन और यूएस मेल के जरिए जरूरतमंदों को उपलब्ध कराने संबंधी  अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के फैसले से उन राज्यों में सैकड़ों मरीजों के जीवन को खतरा हो सकता है, जहां गर्भपात कानूनी तौर पर वैध है।
गर्भपात की गोली मिफेप्रिस्टोन को पैरासिटामोल की तुलना में अधिक सुरक्षित बताने वाले ‎‎विशेषज्ञों पर बुधवार को एक अपीलीय फैसले की समीक्षा करने पर न्यायाधीशों ने सहमति जताई, जिसमें खाद्य और औषधि प्रशासन के फैसले को वापस लेते हुए दवा मिफेप्रिस्टोन के उपयोग को प्रतिबंधित किया गया।
मामले में शीर्ष अदालत द्वारा जून, 2024 तक मिफेप्रिस्टोन से संबंधित दो मामलों में फैसला सुनाये जाने की संभावना है, जब व्हाइट हाउस के लिए दौड़ तेज हो जाएगी, क्योंकि डेमोक्रेट निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन के अगले चुनाव के लिए अपने अभियान के एजेंडे में गर्भपात के अधिकार को शीर्ष पर रख रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, यदि बहुमत यह निर्धारित करता है कि एफडीए ने वीडियो अपॉइंटमेंट और मेल की गई दवा के माध्यम से गर्भपात की दवा को सुलभ बनाकर अपनी सीमा को पार कर लिया है, तो लोग अब पहली तिमाही में गर्भपात की गोलियां दूरस्थ रूप से प्राप्त नहीं कर पाएंगे। अदालत के फैसले से उन राज्यों में मरीजों के लिए दूरस्थ नुस्खे भी बंद हो सकते हैं, जहां गर्भपात अवैध है।