इस्लामाबाद। आईएसआई के हमलों में मारे गए मासूम बलूचिस्तानियों के समर्थन में जारी आंदोलन और प्रदर्शनकारी अब इस्लामाबाद के लिए कूच कर चुके हैं। तकरीबन एक लाख से ज्यादा लोग 21 दिसंबर को अलग-अलग रास्तों से इस्लामाबाद में प्रवेश कर सकते हैं। इसे देखते हुए कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने सेना से मदद की गुहार लगाई है। 
जानकारी अनुसार आईएसआई के हमलों में मारे गए मासूम बलूचिस्तानियों को लेकर धरना-प्रदर्शन करने वाले लोग अब पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद पहुंच रहे हैं। पाकिस्तान की ओर से बिगड़ते हालातों को देखते हुए डेरा गाजा खान इलाके में इस भीड़ को रोकने की कोशिश की गई है। पाकिस्तान में स्थिति बिगड़ती देख कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने सेना से अतिरिक्त टुकड़ियों को बॉर्डर से हटाकर इस्लामाबाद में लगाने की गुहार लगाई है। जानकार सूत्रों की मानें तो पाकिस्तान में इस वक्त बहुत ज्यादा उथल-पुथल देखी जा रही है। इस उथल-पुथल में महत्वपूर्ण मामला बलूचिस्तान के भीतर शुरू हुआ सबसे बड़ा प्रदर्शन भी है। इस्लामाबाद में तकरीबन एक लाख से ज्यादा लोग अलग-अलग रास्तों से प्रवेश करेंगे, जिससे कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ भी सकती है। दरअसल ये वे लोग हैं, जो बलूचिस्तान के तुरबत से चलते हुए अलग-अलग स्थानों से 21 दिसंबर को इस्लामाबाद पहुंच रहे हैं।