जम्मू । जम्मू-कश्मीर में सेना की कार्रवाई के दौरान 2023 अंत तक 55 विदेशी स‎हित 76 आतंकवादी मारे गए। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक आर.आर. स्वैन ने मी‎डिया को यह जानकारी दी है। यहां एक मीडिया कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए डीजीपी ने कहा ‎कि 2023 तक 42 ऑपरेशनों में 55 विदेशी आतंकवादियों सहित 76 आतंकवादी मारे गए। साथ ही आतंकवादियों के लिए काम करने वाले 291 ओवरग्राउंड वर्कर्स को गिरफ्तार किया गया, जबकि 89 आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया। 
डीजीपी ने कहा ‎कि हम एक बहुत ही ऐतिहासिक दौर से गुजर रहे हैं। आतंकी संगठनों में शामिल होने वाले युवाओं की संख्या में कमी आई है। आतंकवादी रैंकों में युवाओं की भर्ती में 80 प्रतिशत की गिरावट आई है, जो 2022 में 113 से घटकर 2023 में 22 हो गई है। आतंकवादियों द्वारा नागरिक हत्याएं भी कम हो गई हैं, 2022 में 31 से घटकर 2023 में 14 हो गई हैं। आतंकवाद से संबंधित अपराधों में 60 प्रतिशत की गिरावट आई है, जो 2022 में 125 से घटकर 2023 में 46 हो गई है। डीजीपी ने यह भी कहा कि 2023 के दौरान अलगाववादियों द्वारा कोई हड़ताल नहीं बुलाई गई है। पहले इन्हें ज्यादातर सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचारित किया जाता था, लेकिन अब इस तरह की बात नहीं है।
डीजीपी ने मी‎डिया से कहा ‎कि लोगों ने इन कॉलों का जवाब देना बंद कर दिया है, क्योंकि आम आदमी शांति और व्यवस्था की ओर बढ़ रहा है। 2023 में कानून और व्यवस्था बनाए रखने में किसी भी नागरिक की जान नहीं गई। उन्होने कहा ‎कि 2022 में 24 पुलिसकर्मी शहीद हुए थे, जबकि 2023 में चार पुलिसकर्मी शहीद हुए। हालांकि आंकड़े वास्तविक तस्वीर को रेखांकित नहीं करते हैं, लेकिन यह ज़मीनी स्थिति के बारे में कुछ मोटा अंदाज़ा देते हैं। डीजीपी ने कहा ‎कि 2023 में अलगाववादियों और आतंकवादियों की 170 करोड़ रुपये की कुल 99 संपत्तियां कुर्क की गईं और बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए। दो आतंकी संगठनों, शब्बीर शाह की जेके डेमोक्रेटिक फ्रीडम पार्टी और मसर्रत आलम की जेके मुस्लिम लीग को इस साल यूएपीए के तहत प्रतिबंधित कर दिया गया था।