वाशिंगटन । यूक्रेन में मदद के दुरुपयोग का मामला सामने आया है। जा‎हिर है ‎कि हर देश यूक्रेन को हरसंभव मदद कर रहे हैं। लेकिन, अब मदद के दुरुपयोग की बात सामने आ रही है। यूक्रेन ने रक्षा मंत्रालय में कार्यरत एक शीर्ष अधिकारी को तोप के गोले खरीदने के लिए अमेरिका की तरफ से भेजे गए 4 करोड़ डॉलर के गबन के आरोप में गिरफ्तार किया है। रिपोर्ट में बताया है कि आरोपी ने पिछले साल दिसंबर में बड़ी संख्या में तोप के गोलों की खरीद के लिए एक विशेष निर्यात कंपनी के साथ करार किया था। यूक्रेन से जारी युद्ध के बीच रूस में इन ‎दिनों कामगारों का संकट गहरा गया है। चालू वर्ष के दौरान रूस में 48 लाख कामगारों की कमी रही। यह संकट और गहरा सकता है। रशियन एकेडमी ऑफ साइंस के इंस्टीट्यूट ऑफ इकोनॉमिक्स के विशेषज्ञों और शोध का हवाला देते हुए मी‎डिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी। इतना ही नहीं सेंट्रल बैंक के गवर्नर एलविरा नबीउलीना ने पिछले महीने कहा था कि रूस की श्रम शक्ति कमजोर होती जा रही है। इससे देश के आर्थिक विकास के लिए खतरा पैदा हो रहा है।  
उन्होंने कहा ‎कि बीजिंग को डर है कि नकारात्मक भावनाएं फैलाने वाले अधिक नकारात्मक लोग उपभोक्ताओं के विश्वास को और कम कर देंगे। इस बीच, अन्य चुनौतियों के बीच, चीनी नीति निर्माता अब अपस्फीति के खतरे से जूझ रहे हैं। यहां तीन साल पहले नवंबर में महामारी की गहराई के बाद से उपभोक्ता कीमतों में सबसे बड़ी गिरावट देखी गई, जो कमजोर घरेलू मांग का संकेत देती है। लेकिन विश्लेषकों के अनुसार, चीनी अर्थव्यवस्था में पारदर्शिता की कमी वैश्विक निवेशकों को और अधिक प्रभावित कर सकती है।