नई दिल्ली । यूपी कांग्रेस के नए प्रभारी अविनाश पांडे 28 दिसंबर को पहली बार लखनऊ पहुंचेंगे। वह नागपुर में होने वाली कांग्रेस की रैली के बाद यहां पहुंचेंगे। बता दें ‎कि पहली बार यूपी का प्रभार पाए अविनाश को उस मुश्किल वक्त में यह जिम्मेदारी दी गई है, जब कांग्रेस अपने सबसे खराब दौर में है। बीते पांच साल में उसके कई नेता पार्टी का साथ छोड़ चुके हैं। संगठन भी अघोषित तौर पर दो फाड़ हो चुके हैं। एक हिस्सा वह है, जो मौजूदा टीम के साथ है और दूसरा वह, जिसे पार्टी के कामों की जिम्मेदारी देना तो दूर कार्यक्रमों में पूछा तक नहीं जाता है। दरअसल अगले साल प्रस्तावित लोकसभा चुनाव के पहले मिली जिम्मेदारी को निभाने में अविनाश के सामने सबसे बड़ी चुनौती पार्टी को एकजुट करने की है। चूंकि अविनाश मूल रूप से पार्टी काडर के हैं, लिहाजा उनके सामने इन सभी लोगों को साथ लेकर करके चलने की मुश्किल होगी। हालांकि, यह काम इतना आसान नहीं होगा, क्योंकि इसके पहले जब अजय राय को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मिली थी तब उन्होंने भी ऐसे ही दावे किए थे।