नई ‎दिल्ली । आरबीआई ने डिजिटल पेमेंट कंपनियों रेजरपे और कैशफ्री को पेमेंट एग्रीगेटर्स के रूप में काम करने के लिए अंतिम मंजूरी दे दी है। आरबीआई से मंजूरी मिलने के साथ ही फिनटेक लगभग एक साल पुराने नियामक प्रतिबंध के बाद नए मर्चेंट्स को शामिल करने में सक्षम हो जाएंगे। इस पर कंपनियों ने कहा कि उन्होंने मंगलवार को आरबीआई से पेमेंट एग्रीगेटर लाइसेंस हासिल कर लिया है। कैशफ्री पेमेंट्स के प्रवक्ता ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया ‎कि नए मर्चेंट्स को अपने साथ जोड़ने पर लगा प्रतिबंध आज हटा लिया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कंपनी को आरबीआई से पेमेंट एग्रीगेटर लाइसेंस मिल गया है। अब यह अपने पेमेंट गेटवे पर नए मर्चेंट्स को जोड़ेगा। बता दें ‎कि पिछले साल दिसंबर में आरबीआई ने रेजरपे और कैशफ्री को नए मर्चेंट्स को अपने साथ जोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया था। इस मामले में रेजरपे के प्रवक्ता ने कहा ‎कि अब हम अपने पेमेंट गेटवे प्लेटफ़ॉर्म पर नए मर्चेंट्स को जोड़ने के लिए तैयार हैं! 
रेजरपे को पेमेंट सेटलमेंट एक्ट 2007 के तहत पेमेंट एग्रीगेटर के रूप में काम करने भारतीय रिज़र्व बैंक से हरी झंडी मिल गई है। नया पीएम लाइसेंस प्राप्त करने के बाद हम अब नए ग्राहकों को जोड़ना फिर से शुरू कर रहे हैं और अपने इंडस्ट्री फर्स्ट पेमेंट सॉल्यूशन के साथ उन्हें सर्विस देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। गौरतलब है ‎कि पेयू, पेटीएम, जस्पे जैसी अन्य कंपनियों को अभी तक नए मर्चेंट्स को ऐड करने के लिए आरबीआई से मंजूरी नहीं मिली है। कैशफ्री पेमेंट्स ने कहा कि कंपनी ने ऑडिट पूरा कर लिया है जो चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही के आसपास पीए लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आवश्यक था। कैशफ्री पेमेंट्स के को-फाउंडर और सीईओ आकाश सिन्हा ने बताया पिछले वर्ष में हम लाइसेंस प्राप्त करने के लिए काम कर रहे थे। 
सिन्हा ने कहा कि कंपनी के प्लेटफॉर्म पर 12,000-15,000 से अधिक केवायसी की प्रक्रिया पूरी करने वाले मर्चेंट्स हैं जो लाइव होने के लिए तैयार हैं। उन्होंने आगे कहा ‎कि पिछले साल हमें हर महीने लगभग 30,000 लीड मिल रहे थे। आगामी वर्ष यह संख्या इससे भी अधिक होगी। हम बाजार में नए उत्पाद भी लॉन्च कर रहे हैं। आरबीआई पेमेंट एग्रीगेटर्स को उन संस्थाओं के रूप में परिभाषित करता है जो ई-कॉमर्स साइटों और मर्चेंट्स को अपनी स्वयं की एक अलग पेमेंट इंटीग्रेशन सिस्टम बनाने की आवश्यकता के बिना अपने भुगतान दायित्वों को पूरा करने के लिए ग्राहकों से विभिन्न पेमेंट उपकरण स्वीकार करता है। पेमेंट एग्रीगेटर्स व्यापारियों को अधिग्रहण कर्ताओं से जुड़ने में सक्षम बनाते हैं।