हिन्दी में भी आ सकती है सरकारू वारी पाटा
मुंबई। लगातार मिल रही सफलता के बाद दक्षिण भारतीय निर्माता निर्देशकों को अपने सितारों की फिल्मों को हिन्दी में भी प्रदर्शित करने को उत्साहित कर दिया है। यही वजह है कि अल्लू अर्जुन की फिल्म पुष्पा के बाद उनकी पिछली ब्लॉकबस्टर फिल्म अला वैकुंठपुरमलो को भी हिंदी में डब कर बकायदा सिनेमाघरों में रिलीज करने की तैयारी की जा रही थी, जिसे अब ओटीटी प्लेटफार्म पर प्रदर्शित किया जा रहा है। इतना ही नहीं, इसके साथ ही आरआरआर स्टार राम चरण की पिछली ब्लॉकबस्टर फिल्म रंगास्थलम को भी निर्माता हिन्दी में डब करके सीधा सिनेमाघरों में उतारने जा रहे हैं, जिसकी आधिकारिक घोषणा उन्होंने अभी दो दिन पहले ही की है। ऐसे में अब हिंदी सिने मार्केट में साउथ फिल्म सितारों को बड़ा बाजार दिख रहा है।इसका फायदा उठाने के लिए कई फिल्म निर्माता अपनी कमर कस रहे हैं। बॉलीवुड के गलियारों में बहती हवाओं का कहना है कि इस सूची में जल्द ही टॉलीवुड में प्रिंस के नाम से ख्यात अभिनेता महेश बाबू भी शामिल होने जा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि उनकी अप्रैल माह में प्रदर्शित होने जा रही फिल्म सरकारू वारी पाटा को भी निर्माता हिंदी में लाने की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए सुपरस्टार महेश बाबू से बातचीत शुरू भी हो चुकी है। फिल्मी गलियारों में काफी बज है कि महेश बाबू स्टारर सरकारू वारी पाटा को मेकर्स हिंदी रिलीज करने की तैयारी में जुट गए हैं। करीबी लोगों का मानना है कि मेकर्स इस फिल्म को हिंदी में रिलीज करने से पहले फिल्म के लिए हिंदी मार्केट में मौजूद बज पर नजर बनाए हुए हैं। अगर पुष्पा की तरह सरकारू वारी पाटा के गाने भी लोगों के दिलों को छूकर उन्हें रील बनाने के लिए एक्साइट कर सकें तो इस फिल्म की हिंदी भाषा में सफलता की गारंटी मिल सकती है।खास बात यह है कि महेश बाबू का नाम हिंदी दर्शकों के लिए अंजान नहीं है। अल्लू अर्जुन से भी ज्यादा महेश बाबू की फैन फॉलोइंग पहले से ही हिंदी सिने दर्शकों के बीच रही है।
इसकी वजह उनकी कई हिंदी डब फिल्मों का टीवी की दुनिया में सुपरहिट रहना है। इसके चलते निर्माताओं को पूरा भरोसा है कि हिन्दी भाषी दर्शक आसानी से महेश बाबू की फिल्म को सीधे सिनेमाघरों में देखने के लिए उत्साहित नजर आएंगे। हालांकि खुद महेश बाबू कई बार यह कह चुके हैं कि उनकी पहली प्राथमिकता तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री है, हिन्दी नहीं। लेकिन अब चूंकि वक्त बदल रहा है। दक्षिण के सितारों को हिन्दी क्षेत्र में जबरदस्त सफलता प्राप्त हो रही है और वो हिन्दी सिने सितारों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं, ऐसे में शायद महेश बाबू भी अपनी सोच बदलें और अपनी फिल्म सरकारू वारी पाटा को हिन्दी में प्रदर्शित करने की हरी झंडी निर्माताओं को दे दें।