नई दिल्ली । कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में एक घर में 5 परिजनों के कंकाल मिले हैं। यह लोग एकांत में जीवन जी रहे थे। घटनास्थल की जांच से घर के अंदर कई बार तोड़फोड़ के संकेत भी मिले हैं। जैसे ही पुलिस मौके पर पहुंची उन्हें एक कमरे में 4 कंकाल दो बिस्तर पर और दो फर्श पर मिले जबकि एक अन्य कंकाल दूसरे कमरे में मिला। इस बीच देवेंगेरे से फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी टीम और एसओसीओ को सबूत इकट्ठा करने के लिए बुलाया गया और घर के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई। 
चित्रदुर्ग के जेल रोड स्थित एक घर के अंदर पुलिस को पांच लोगों के कंकाल मिले हैं। फोरेंसिक टीम और सीन ऑफ क्राइम के अन्य अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया और नमूने एकत्र किए। यह घटना तब सामने आई जब पुलिस को एक खोपड़ी के बारे में जानकारी मिली जो एक घर के सामने देखी गई थी। यह स्पष्ट नहीं है कि घटना कब हुई लेकिन पुलिस को संदेह है कि तीन साल पहले पांच लोगों के परिवार की आत्महत्या से मौत हो गई होगी। परिचितों, रिश्तेदारों और पारिवारिक इतिहास के बयानों के आधार पर किए गए आकलन के अनुसार अवशेष एक अस्सी वर्षीय जोड़े उनके बुजुर्ग बेटे और बेटी और उनके 57 वर्षीय पोते के होने का संदेह था। यह घर एक सेवानिवृत्त अभियंता जगन्नाथ रेड्डी का था। वह अपनी पत्नी प्रेमक्का और बेटी त्रिवेणी और बेटों कृष्णा रेड्डी और नरेंद्र रेड्डी के साथ रहते थे। क्षेत्र के निवासियों के अनुसार जगन्नाथ रेड्डी करीब 80 वर्ष के थे और उनके किसी भी बच्चे की शादी नहीं हुई थी। पड़ोसियों ने दावा किया कि परिवार अपने तक ही सीमित रहता था। यह घटना तब सामने आई जब कुछ लोगों ने घर के दरवाजे पर एक खोपड़ी देखी जो आंशिक रूप से खुली थी। निवासियों ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने घर में प्रवेश करने के बाद पांच आंशिक रूप से विघटित शव देखे। पुलिस को संदेह है कि दरवाजा चोरों ने खोला होगा और गली के कुत्ते उसमें से घुसकर खोपड़ी को घर से बाहर ले आए होंगे। पुलिस ने जनगंथ रेड्डी के रिश्तेदार बताए जा रहे पवन कुमार से शिकायत ले ली है। शिकायतकर्ता ने दावा किया कि वह कई वर्षों से जगन्नाथ रेड्डी के संपर्क में नहीं था। उन्हें शक था कि ये कंकाल जगन्नाथ और उनके परिवार के हो सकते हैं। शिकायतकर्ता ने मौत के कारणों पर भी संदेह जताया है और पुलिस से घटना की जांच करने की मांग की है।