कोलंबो । सरकार अमेरिकी डॉलर की विनिमय दर और वैश्विक तेल बाजार की कीमतों के आधार पर मासिक रूप से ईंधन की कीमतों में संशोधन करती है। हालांकि सोमवार की बढ़ोतरी पूरी तरह से नई वैट दरों का परिणाम है। श्रीलंका की वैट दर में सोमवार से तीन प्रतिशत की वृद्धि की गई है। पहले 15 प्रतिशत कर लगता था, जो अब बढ़कर 18 प्रतिशत हो गया है। वहीं अधिकतर वैट-मुक्त वस्तुओं को 18 प्रतिशत कर के दायरे लाया गया है। ऊर्जा मंत्रालय के अनुसार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में एसएलआर 20 प्रति लीटर से अधिक की बढ़ोतरी की गई जो नई वैट दरों के तहत किसी भी वस्तु की खुदरा कीमत में पहली वृद्धि है। सरकार ने कहा कि संघर्षरत अर्थव्यवस्था पर बढ़ते प्रभाव को देखते हुए उसने ईंधन की खुदरा कीमत को उचित स्तर पर बनाए रखने के लिए ईंधन पर 7.5 प्रतिशत आयात शुल्क हटा दिया। श्रीलंका राष्ट्रपति एवं वित्त मंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने पिछले महीने कहा था कि राज्य के राजस्व को अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के वांछित स्तर तक बढ़ाने के लिए वैट को 15 से बढ़ाकर 18 प्रतिशत करना आवश्यक है।