मॉस्को। यूक्रेन पर हमले के बाद ही से रूस लगातार अपने देश में सभी विरोधी ताकतों और आलोचनाओं को मजबूती से कुचल रहा है। दमन का आलम ये है कि नागरिकों को युद्ध के खिलाफ प्रदर्शन करने पर गिरफ्तार किया जाता है। बीते रोज रूस की एक अदालत ने राष्ट्रपति पुतिन के कट्टर आलोचकों में से एक केन्सिया फाडेयेवा को करीब दस साल की सजा सुना दी। केन्सिया विपक्षी नेता एलेक्सी नवेलनी की करीबी सहयोगी हैं। केन्सिया साइबेरियाई शहर टॉम्स्क में नवेलनी के संगठन का काम देखती थीं। अब इस संगठन को प्रतिबंधित कर दिया गया है।
केन्सिया फाडेयेवा के समर्थकों ने कहा है कि उन्हें चरमंपथ के आरोप में दोषी ठहराया गया है पर वे लोग ऊपरी अदालत में फैसले के खिलाफ अपील करेंगे। केन्सिया के वकील का कहना है कि उन्हें धमकाया गया और इस मामले में न्याय के साथ खिलवाड़ हुआ है। केन्सिया फाडेयेवा की उम्र 31 साल है। वह टॉम्स्क में नवेलनी के संगठन के राजनीतिक कार्यालय का कामकाज देखती थीं। यहीं पर 2020 के अगस्त महीने में चुनाव से पहले नवेलनी को जहर दे दिया गया था। फाडेयेवा को साल 2020 में टॉम्स्क शहर के विधानमंडल सदस्य के तौर पर चुना गया था। केन्सिया की जीत को पुतिन के खिलाफ विपक्ष की एक बड़ी जीत माना गया था। मगर अब यह सब कुछ मिट्टी पलीद होता दिख रहा है। किस तरह अब आगे यहां से विपक्षी खेमा आगे बढ़ेगा, इस पर समूची दुनिया की निगाहें होंगी।
टॉम्स्क को रूसी राजनीति में एक बहादुर राजनेता माना जाता है। बहादुरी की वजह है उनका पुतिन के खिलाफ डटे रहना। जब रूस के अधिकारियों ने 2021 में उनके संगठन को चरमंथी करार दिया। इसके बाद हुआ ये कि केन्सिया के समर्थक और सदस्यों पर मुकदमा चलने लगा। नतीजतन नवेलनी के कई सहयोगी एक-एक कर साथ छोड़ने लगे मगर केन्सिया डटी रहीं। तब जाकर दो साल पहले इसी दिसंबर के महीने में केन्सिया को हिरासत में ले लिया गया और अब यह फैसला सुना दिया है कि उन्हें नौ बरस जेल में बिताना होगा।