प्रति एकड़ 1.00 लाख रूपये का शुद्ध लाभ कमा रहे है, झिरलिंगा के किसान।

जिले का एकलौता ग्राम झिरलिंगा जहॉ शतप्रतिशत किसान ग्रीष्मकालीन कद्दू की खेती कर रहे।

उडीसा, बिहार, छत्तीसगढ, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना जाता है छिंदवाडा का कद्दू।

छिंदवाड़ा l आज उप संचालक कृषि जितेन्द्र कुमार सिंह एवं धीरज ठाकुर सहायक संचालक कृषि के द्वारा ग्राम झिरलिंगा मे ग्रीष्मकालीन देशी कद्दू की खेती का अवलोकन किया गया। जिले का एक मात्र ऐसा ग्राम जहॉ हर किसान ग्रीष्मकालीन कद्दू लगाता है। इस ग्राम के किसान श्री नरेश ठाकुर सरपंच, इन्द्रसेन ठाकुर, हरीश ठाकुर, रायेसिंग ठाकुर, बृजकुमार ठाकुर, नेकराम साहू, लक्ष्मण ठाकुर, कैलाश ठाकुर, कुबेर ठाकुर के साथ साथ इस ग्राम के शतप्रतिशत किसानों के द्वारा कद्दू फसल की खेती की जा रही है।  

  ग्राम के लगभग 400 किसानों द्वारा लगभग 500 एकड़ मे कददू फसल लगाई गई थी। प्रति एकड़ 10 टन उत्पादन के मान से कम से कम एक लाख रूपये प्रति एकड का शुद्ध लाभ किसानों ने प्राप्त किया हैं। प्रति किलो 13-14 रूपये के मान से व्यापारी किसान के खेत से ही उठाकर ले जा रहे है। ग्रीष्मकालीन कद्दू की बोनी होली के बाद रामनवमी तक की जाती है। किसान बिना कीटनाषक दवा के देशी कददू के बीज स्वयं तैयार कर बोनी करते है, जिससे किसानों को लागत कम आती है एवं मुनाफा अधिक होता हैं। 

छिंदवाडा जिले के लगभग 20-25 ग्रामों मे 2000 एकड़ में कद्दू की खेती की जा रही हैं। उप संचालक कृषि से चर्चा के दौरान किसानों द्वारा बताया गया कि अधिकतम कददू का वजन लगभग 65 किलोग्राम एवं औसतन 20-25 किलोगा्रम होता है। जिले मे कद्दू का टर्नओवर लगभग 20 करोड़ रूपये हैं। यह कद्दू प्रदेश के साथ साथ अन्य प्रदेश बिहार, उडीसा, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र तेलंगाना आदि प्रदेश मे जा रहा हैं।

निरीक्षण के दौरान उप संचालक कृषि जितेन्द्र कुमार सिंह के साथ धीरज ठाकुर सहायक संचालक कृषि एवं ग्राम के किसान उपस्थित रहे।