राजस्व व कृषि अधिकारी करेंगे बीजों की गुणवत्ता नियंत्रण के लिए सघन अभियान जांच

बालाघाट l किसानों को औषधीय, कीटनाशक व बीजों के लिए दी गई कीमतों का पूर्ण लाभ दिलाने एवं उर्वरक, पौध औषधियाँ व बीजों के सघन जांच के लिए अनुविभागीय स्तरीय विशेष दलों का गठन किया गया है। जिले में नकली डीएपी की कालाबाजारी अलग-अलग स्थानों पर वृहद रूप से व्यापारियों के द्वारा सिंगल सुपर फास्फेट दानेदार को डी.ए.पी. के नाम पर बेचा जा रहा है। साथ ही यह भी ज्ञात हुआ है कि ये प्रतिबंधित कीटनाशक को अपने स्त्रोतों के माध्यम से कृषकों को बेचते आ रहे थे। वर्तमान में डी.ए.पी. की आवक कम है, डी.ए.पी. के नाम पर व्यापारियों के द्वारा सिंगल सुपर फास्फेट दानेदार को पैक करके गाँव-गाँव किसानों को बेचकर अपना मुनाफा कमाने में लगे है। किसानों को मानक स्तर के उर्वरक बीज/कीटनाशक औषधियाँ प्रदाय करने एवं फसलों की उत्पादकता एवं उत्पादन बढ़ाने से कृषि आदानों का विशेष महत्व को दृष्टिगत रखते हुए अनुविभाग स्तरीय कृषि आदान गुण नियंत्रण के लिए विशेष दल का गठन किया गया है।
गठित दल में मुख्य रूप से बालाघाट, वारासिवनी, कटंगी, लांजी, किरनापुर, बैहर तथा परसवाड़ा विकासखंड में पदस्थ एसडीएम दल का नेतृत्व करेंगे। जिसमे इनके साथ सह दल प्रभारी सह निरीक्षक के रूप में कृषि विस्तार अधिकारी, सहायक दल प्रभारी के रूप में तहसीलदार व अन्य निरीक्षक व सहायक भी शामिल रहेंगे।