क्षत्रिय धान को कैसे देश-विदेश में पॉपुलर बनाया जाए

दमोह l कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर जिले के प्रगतिशील कृषक जयंत बसुधा मेहता के मेहता जैविक एवं प्राकृतिक फार्म हटा नाका दमोह एवं ग्राम रायपुर के राजू पटेल के खेत में कम दिन में पकने बाली किस्म पूसा-16 अरहर फसल प्रदर्शन, जैविक खेती, जैविक खाद, क्षत्रिय धान की उपज, केंचुआ खाद, स्टापडेम, गौशाला आदि का जायजा लिया। इस अवसर पर मेहता जैविक एवं प्राकृतिक फार्म में एक पेड़ मॉ के नाम पौधा रोपण भी किया।
इस अवसर पर कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने कहा प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी ने लगातार देश और प्रदेश में प्राकृतिक खेती के महत्त्व को प्रतिपादित किया है और दमोह जिले में अनेक किसान और अनेक किसान कृषि उद्यमी प्राकृतिक खेती और जैविक खेती कर रहे हैं। उन्हीं में से आज दमोह के निकट मेहता फॉर्म्स में विजिट किया है। यहाँ पर प्राकृतिक खेती के कई अनूठे प्रयोग देखें है और जिस तरह का इन्होंने यहाँ पर एक इकोसिस्टम तैयार किया हुआ है, वह निश्चय ही ना केवल सराहनीय है, बल्कि बहुत अनुकरणीय है। यहाँ से जिस तरह की कृषि पद्धति अपनाई है और दिखाई है वो निश्चित रूप से सबके लिए प्रेरणा देने जैसी है। कई सारे लर्निंग्स यहाँ से लेके जा रहे हैं और मुझे लगता है कि उस पर काम करना आवश्यक है। हर महीने में कम से कम 1 दिन ऑर्गेनिक हॉट दमोह में लगाने का प्रयास किया जायेगा, उसके लिए भी जल्द ही प्लान करके उसको जारी करेंगे।
उन्होंने कहा यहां का क्षत्रिय धान को कैसे देश-विदेश में पॉपुलर बनाया जाए, प्रदेश में पॉपुलर बनाया जाए, उसकी कैसे ब्रांडिंग की जाए, इसके ऊपर भी काम किया जायेगा। इसके अलावा जो प्राकृतिक खेती के लिए जिस प्रकार से खाद वगैरह का निर्माण होता है, वो एक बड़ी अच्छी प्रक्रिया है। उस प्रक्रिया को अधिक से अधिक किसानों तक कैसे पहुंचाया जाए ताकि अधिक से अधिक किसान रासायनिक खादों को छोड़ करके और प्राकृतिक खाद के तरफ अग्रसर हों, यह सबसे बड़ी चुनौती है और यही सबसे बड़ा अवसर भी है।
पूनम मेहता ने बताया कलेक्टर सर ने हमारे कृषि फार्म पर आए है बहुत ही अच्छा लगा। उन्होंने एक एक जगह देखी और वह बहुत इन्सपायर हुए और बहुत खुश भी हुए, कि हम लोग अच्छी खेती कर रहे हैं। हमने कृषि विज्ञान केन्द्र के माध्यम से मनोज अहिरवाल सर का और कृषि विभाग के प्रजापति सर का, सभी का सहयोग मिला है और सबका मार्गदर्शन प्राप्त हुआ है, तब आज हम इस स्थिति में पहुंचे है। उन लोगों को भी बहुत बहुत धन्यवाद और हमारे जो वर्कर्स है, यह बहुत लगन से काम करते हैं और यह इनकी लगन और मेहनत का ही परिणाम है कि आज हम मेहता ऑर्गेनिक कृषि फॉर्म पर सब कुछ करने को तैयार है। इस अवसर पर पूनम मेहता जी की बहू वसुधा जयंत मेहता लाइव टेलीकॉस्ट से दिल्ली से जुड़ी और विभिन्न बिंदुओं पर कलेक्टर श्री कोचर से चर्चा की। उन्होंने जैविक खेती पर अहम् जानकारियां दी।
ग्राम रायपुर निवासी कृषक राजू पटेल ने बताया राहर की पूसा-16 किस्म लगाई है इसके बारे में मुझे आर.ओ. राज दुबे के मार्गदर्शन में इसका बीज प्राप्त किया और ढाई एकड़ में यह लगाई। अंतर पाला और तुसार का है जो पुरानी वैरायटी है, उनमें पाला और तुसार लग जाता है, पूरी अरहर खराब हो जाती है। यह 120 दिन में आ जाएगी जिससे पाला और तुसार से बच जाएगी। दूसरी इसमें अगली फसल गेहूं चने की हो जाएगी। उन्होंने बताया अभी बरसात खत्म हो जाएगी तो एक पानी लगाना पड़ेगा। 6 से 8 क्विंटल प्रति एकड़ उपज निकल आयेगी। राजू पटेल ने किसानों को संदेश देते हुए कहा यह बहुत अच्छी किस्म है, इसमें रोग और कीड़े भी बहुत कम लगते हैं। आजू-बाजू के किसानों के खेतों में बारिश में फसल पीली होकर गल गई है, इसका पेड़ नहीं गला है इसमें तना छेदक इल्ली भी नहीं लगी है।
इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र दमोह के प्रभारी वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रमुख डॉ मनोज कुमार अहिरवार, उपसंचालक कृषि जितेन्द्र सिंह, डीडीए आत्मा राजेश प्रजापति, सहायक संचालक कृषि एस .एल. कुर्मी और जगत प्रजापति , एस ए डी ओ, आरके जैन, बी टी एम शैलेंद्र पौराणिक एवम एडवोकेट एवं कृषक सुरेश मेहता , श्रीराम कुरेरीया, शुभम पाठक एवम अन्य किसान भाई उपस्थित थे।