बालाघाट प्रभारी मंत्री श्री उदय प्रताप सिंह ने गत दिवस 30 अगस्त को जिला अधिकारियों के साथ सामुहिक रूप से बैठक आयोजित की थी। बैठक में उन्होंने जिले में धान भंडारण क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिए थे। इसी तारतम्य में कलेक्टर श्री मृणाल मीणा के निर्देशन में शुक्रवार को जिपं सभागृह में जिपं अध्यक्ष श्री सम्राट सिंह सरसवार, उपाध्यक्ष श्री योगेश राजा लिल्हारे एवं जिपं सीईओ श्री डीएस रणदा द्वारा जिला आपूर्ति अधिकारी, जिला अग्रणी बैंक प्रबन्धक नाबार्ड, कृषि विभाग, नागरिक आपूर्ति विकास निगम, मार्कफेड वेयर हाउस कारपोरेशन, एनआरएलएम, विपणन अधिकारी एवं जिले के राइस मिलर्स तथा वेयरहाउस संचालकों से चर्चा की गई। वहीं वेयरहाउस संचालको राइस मिलर्स व्यापारियों से उनके कार्य में आ रही समस्याओं की जानकारी ली गई ताकि समस्याओं का जिले एवं शासन स्तर से निदान किये जाने के प्रयास किये जा सके। इस दौरान बताया गया कि जिले में अनाज भंडारण क्षमता बढ़ाए जाने के लिए वेयरहाउस निर्माण की आवश्यकता है। जिसके संबंध में बैंक लोन एवं नाबार्ड द्वारा दी जाने वाली अनुदान की जानकारी भी दी गई। जिपं अध्यक्ष श्री सरस्वार ने कहा गया कि अधिकारीयो एवं व्यापारियों को समन्वय कर अच्छी प्लानिग करने की आवश्यकता है जिससे दोनों को लाभ मिल सके।

                      भंडारण क्षमता बढ़ाना आवश्यक है

श्री सरस्वार ने कहा कि भंडारण क्षमता कम होने के कारण अनाज दूसरे जिलों में भी भंडार किया जाता है। जिससे शासन को ट्रांसपोर्ट का अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ता है। यदि जिले में भंडारण क्षमता बढ़ जाती है तो राइस मिलर्स को भी साल में 7 महीने मिलिंग का कार्य समय पर मिलेगा। जिससे शासन एवं व्यापारियों को भी नुकसान नहीं होगा। इस दौरान व्यापारियों द्वारा बताया गया कि जब सोसाइटी में नई धान खरीदी की जाती है तो उस समय धान उठाव के लिए दबाव रहता है। जबकि उसे धान को मापदंड से अधिक नमी होते हुए भी उठाना पड़ता है। बाद में नमी कम होने से धान में सुख  होने से व्यापारियों को नुकसान होता है। बैठक में ऐसे कई विषयों पर चर्चा की गई।