राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख डॉक्टर मोहन भागवत ने कहा कि कुछ लोग भारत का विकास नहीं चाहते हैं। वह भारत की विकास यात्रा में बाधा बन रहे हैं। लेकिन इन लोगों से डरने की कोई जरूरत नहीं है। लेखक डॉ मिलिंद पराडकर द्वारा लिखित 'तंजावरचे मराठे' नामक पुस्तक के विमोचन के अवसर पर मोहन भागवत ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज के समय में भी कुछ ऐसी ही स्थिति थी, लेकिन इसे धर्म और धार्मिकता की शक्ति का उपयोग करके निपटाया गया था।