दमोह कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने आज  जिले के ग्रामबरखेड़ा, कजरैंटी, जेरठ, सीतानगर,देवलाई, मनकोरा, मढ़कोलेश्वर आदि ग्रामों में पहुंचकर बाढ़ और अतिवृष्टि से हुई क्षतिग्रस्त फसलों का जायजा लिया। उन्होंने किसानों एवं ग्रामीणों से चर्चा कर समस्याओं को सुना। कलेक्टर श्री कोचर ने कहा बाढ़ से प्रभावित किसानों की फसलों एवं क्षतिग्रस्त मकानों आदि का सर्वे किया जा रहा है। सरकार ने भी सर्वे के निर्देश दिये है, शीघ्र कार्रवाई की जायेगी।

            कलेक्टर श्री कोचर ने कहा देवलाई से सिमरिया चार किलोमीटर का एक सड़क मार्ग है, वह गांव ऐसी जगह है कि चारों तरफ से पानी से घिर जाता है और जब वह पानी से घिरता है, तो लोगों के लिए वहां जाने का कोई रास्ता नहीं है, ग्रामीणों का कहना है कि यदि यह चार किलोमीटर का सीसी मार्ग बन जाता है तो हमारा पूरा काम यहाँ पर ठीक हो जाएगा, व्यवस्थित हो जाएगा। कलेक्टर श्री कोचर ने कहा वहाँ आंगनवाड़ी भवन क्षतिग्रस्त है और वहाँ पर स्कूल की बिल्डिंग भी क्षतिग्रस्त है। स्कूल की बिल्डिंग को कार्ययोजना में शामिल करने के निर्देश दिए गये हैं और आंगनवाड़ी भवन के लिए प्रस्ताव भोपाल भेजा जायेगा।

            उन्होंने कहा जब बटियागढ़ वाले क्षेत्र में थे, तो यह बताया गया एक बड़ा तालाब है और पहले एक तरफ का पानी दूसरी तरफ चला जाता था लेकिन बीच में सड़क बन जाने से और सड़क की हाईट बहुत ऊंची होने से अब वह पानी बड़े तालाब में नहीं मिल रहा है और वह पानी एकत्रित हो रहा है, जिससे फसले खराब हो रही है। वह एम.पी.आर.डी.सी. की सड़क है, उसके लिए भी आवश्यक दिशा-निर्देश एम.पी.आर.डी.सी. को दिये जायेंगे ताकि वह काम हो जाए।

            कलेक्टर श्री कोचर ने कहा कुछ छोटी-मोटी बिजली की समस्याएं ग्रामीणो ने हमारे सामने रखी थी। एक जगह श्मशान घाट को लेकर के इश्यू था लोगों ने कहा कि हमारे यहाँ गरीबों के लिये श्मशान घाट नहीं है, कलेक्टर ने ग्रामीणों से कहा शासकीय भूमि का चिन्हांकन करके तत्काल काम किया जायेगा।

            उन्होंने बताया पथरिया क्षेत्र में उड़द, अरहर और सोयाबीन की फसलों में काफी नुकसान होने की खबर थी। आज करीब सात से आठ गांव का पथरिया क्षेत्र में भी भ्रमण किया और फसलों को जाकर के देखा है, वहां पर फसलों का काफी नुकसान हुआ है। कलेक्टर ने सभी तहसीलदार, पटवारी और जो भी राजस्व अमला है, उनको निर्देशित किया है कि सर्वे जल्द से जल्द कंप्लीट कर लें, सर्वे चालू भी हो गया। प्रयास यह रहेगा कि 30 सितंबर तक पात्रता और नियम के अनुसार मुआवजा वितरण कर दिया जाये।

            उन्होंने कहा जहां पर मकान क्षतिग्रस्त हुए है, उनका भी सर्वे कराने के लिए निर्देश दिये है और आज वहां पर एक टीम भी भेजी है, जिसमें किसानों को फसल के बीमा की राशि समय पर मिल जाये, यह भी हमारी चिंता है। आज इंश्योरेन्स कंपनी के अधिकारी और कृषि विभाग के अधिकारी ग्राम मोठा, बटियागढ़ भी गए हैं और वहां के किसानों से चर्चा की हैं। इस प्रकार से  अलग-अलग गांवों में जाएंगे और वहाँ पर यह देखेंगे की फसल बीमा का लाभ किसानों को मिल जाये। संकट की घड़ी में किसानों को पूरी मदद सरकार और प्रशासन के माध्यम से की जाएगी और सभी जगह जहां-जहां नुकसान हुआ है, वहां पर सर्वे पूर्ण कराया जायेगा।