शहडोल l वरिष्ठ नागरिक पेंसनर्स एसोसिएशन शहडोल द्वारा वरिष्ठ नागरिक पेंशनर एसोसिएशन की वर्षगांठ के अवसर पर  संभागीय मुख्यालय शहडोल के मानस भवन में  कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मध्यप्रदेश शासन के कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री दिलीप जायसवाल ने मां सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री श्री दिलीप जायसवाल ने कहा कि सेवानिवृत्त होना सरकार की एक व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्त अधिकारी, कर्मचारी अपनी जिम्मेदारियां से कभी सेवानिवृत्त नहीं होते हैं। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्त अधिकारी, कर्मचारी अपने किए गए कार्यों को आने वाली पीढ़ियों के साथ साझा करें, जिससे उन्हें कार्य करने में सहायता मिल सके। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी संस्कार और सभ्यता को जीवित बनाए रखें इसके लिए भी किए गए कार्यों को भी साझा करें।    उन्होंने कहा की लोगों के हित में केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा निरंतर कार्य किए जा रहे हैं, चाहे शिक्षा का क्षेत्र हो, स्वास्थ्य का क्षेत्र हो या अन्य क्षेत्र हा,े हर क्षेत्र में बेहतर से बेहतर कार्य किए जा रहे हैं।     कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री दिलीप जायसवाल ने कहा कि मध्य प्रदेश की धरती सामान्य धरती नहीं है, मध्यप्रदेश के उज्जैन के संदीपनी आश्रम में भगवान श्री कृष्ण भी ज्ञान लेने के लिए आए थे और उन्होंने यहा ज्ञान अर्जित किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 तक भारत को विश्व गुरु बनाने जा रहा है, विश्व गुरु तभी बनेगा जब सभी लोगों की भागीदारी सुनिश्चित होगी, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नई शिक्षा नीति लागू की गई है, जिसमे संस्कार, संस्कृति आदि विषयों को भी समाहित किया गया है। कार्यक्रम को विधायक जैतपुर श्री जयसिंह मरावी, विधायक ब्यौहारी श्री शरद कोल व अन्य वरिष्ठ जनों ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर मंत्री श्री दिलीप जायसवाल ने विराट पेंसनर्स चेतना पुस्तिका का विमोचन भी किया।    इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रभा मिश्रा, पूर्व अध्यक्ष महिला वित्त विकास निगम श्रीमती अमिता चपरा,संभागीय अध्यक्ष वरिष्ठ नागरिक पेंशनर एसोसिएशन श्री रविकरण त्रिपाठी, वरिष्ठ नागरिक पेंशनर एसोसिएशन के सदस्य सहित अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक श्री विवेक पांडे ने किया।