सीधी l कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं सीधी जिले के प्रभारी मंत्री श्री दिलीप जायसवाल ने विजयादशमी के पावन अवसर पर सीधी के छत्रसाल स्टेडियम में आयोजित "दशहरा उत्सव" में सहभागिता की। इस अवसर पर सांसद डॉ. राजेश मिश्रा, सीधी विधायक श्रीमती रीती पाठक, उपाध्यक्ष नगर पालिका परिषद सीधी श्री दान बहादुर सिंह, कलेक्टर श्री स्वरोचिष सोमवंशी, पुलिस अधीक्षक डॉ रवींद्र वर्मा, गणमान्य नागरिक श्री देव कुमार सिंह चौहान सहित पार्षदगण, गणमान्य नागरिक एवं आमजन उपस्थित रहे।

प्रभारी मंत्री श्री जायसवाल ने विजयदशमी के पर्व की सभी को शुभकामनाएं दी और कहा कि दशहरा उत्सव सत्य की विजय का प्रतीक है। सत्य और असत्य की लड़ाई में हमेशा सत्य की विजय होती है। बुराई के साथ कितना भी लड़ाई लड़ो अंतिम में उसे हार मानना ही पड़ता है। गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरितमानस में लिखा है कि भगवान श्री राम ने कहीं भी ईश्वरीय चमत्कार नहीं किया बल्कि मानव रूप में ही जीवन को जिया। उन्होंने लोगों के लिए एक आदर्श स्थापित किया है। सत्यता की लड़ाई के लिए अपनी शक्ति का प्रदर्शन हम अपनी रक्षा के लिए कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चे भी रामचरितमानस का पाठ पढ़े। रामचरितमानस में यह बताया गया है कि पिता और पुत्र का क्या संबंध है, माता-पिता का क्या संबंध है, सेवक और स्वामी का क्या संबंध है, कोई भी समाज में छोटा और बड़ा नहीं होता, सभी समरसता के साथ समाज में जीवन यापन करें। भगवान ने माता शबरी के जूठे बैर भी बड़ी श्रद्धा भाव के साथ खाए और उन्हें एक छोटे जाति केवट ने नदी को पार कराया। श्री राम ने वानर सेना के साथ ही अपनी पूरी लड़ाई सत्यता के लिए लड़ी है। हमारे सनातन धर्म में भगवान श्री राम के आदर्शों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है तभी समाज सुरक्षित और संगठित रहेगा।

प्रभारी मंत्री ने उपस्थित नागरिकों को विजयादशमी, आने वाले दीपावली और अन्य त्यौहारों के लिए बधाई दी। प्रभारी मंत्री ने कार्यक्रम में भगवान श्रीराम के स्वरूप की आराधना की। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम ऐसे आदर्श थे, जिन्होंने राज परिवार के सदस्यों के साथ अपनी प्रजा से संबंधों का पूर्ण निर्वहन किया। सनातनी संस्कृति का यह सशक्त उदाहरण है।