नागदा को जिला बनाने को लेकर पूर्व विधायक और विधायक आमने-सामने आ गए हैं l पूर्व विधायक दिलीपसिंह गुर्जर ने आरोप लगाया है कि नागदा विधायक तेजबहादुरसिंह चौहान जनता को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने व्यापारी संघ के कार्यक्रम में नागदा को जिला बनाने के संबंध में कहा था कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जिलों को लेकर पुनर्गठन आयोग का गठन किया है। जिस कारण व्यवस्था बदली है। गुर्जर ने कहा कि व्यवस्थाएं बदली हैं, परंतु संविधान नहीं बदला है। जिला बनाने के लिए प्रक्रिया व कानून नहीं बदला है, परिसीमन आयोग बनने के पश्चात भी शासन के नियम यथावत हैं। आयोग के नाम पर नागदा को जिला नहीं बनाने का एक षड्यंत्र है। चौहान क्षेत्र की जनता के बीच अपना मत स्पष्ट करें कि वो नागदा को जिला बनाना चाहते हैं कि नहीं? यदि वो नागदा को जिला बनाने की अंतिम प्रक्रिया पूर्ण कर जिला बना लें तो मेडिकल कॉलेज, इंजीनियर कॉलेज, पॉलिटेक्निक कॉलेज, आईटीआई, जिला चिकित्सालय आदि करीब 50 से अधिक विभागों के कार्यालय नागदा में आ जाएंगे, जिससे कि नागदा में शिक्षा, रोजगार, व्यापार, व्यवसाय के खूब अवसर क्षेत्र की जनता को उपलब्ध होंगे। क्षेत्र में उन्नति व समृद्धि होगी। दूसरी तरफ विधायक ने पूर्व विधायक के आरोपी को नकार दिया है उनका कहना है कि मैं अपना काम पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ नागदा के हित में कर रहा हूं l