उज्जैन। कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान वैज्ञानीक ने जानकरी दी की गत दिनों केंद्र में अनुसूचित जा‍ति उपयोजना के अंतर्गत जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन  किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता किसान कल्याण तथा कृषि विभाग आगर-मालवा से श्री विजय चौरसिया ने की । जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ मॉ सरस्वती पूजन एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। संस्था प्रमुख डॉ. ए.के.दीक्षित ने अपने स्वागत भाषण में अध्यक्ष महोदय एवं उपस्थित किसानों का अभिवादन किया।

     साथ ही कार्यक्रम एवं केन्द्र के कार्यों की संक्षिप्त परिचय के साथ लघु एवं सीमांत किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि बदलते परिवेश में नई किस्मों व तकनीकियों का समागम कर उत्पादन को बढ़ायें एवं जीविकोपार्जन खेती को मजबूती प्रदान करते हुए सामाजिक उत्थान में भूमिका दर्ज करें ।कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री विजय चौरसिया ने अपने वक्तव्य में नेशनल मिशन आफ इडिवल ऑयल तिलहन विषय पर विशेष चर्चा की । उन्होंने बताया कि यह मिशन 7 वर्षों का होगा, जिसके अंतर्गत किसानों को प्रशिक्षण, प्रदर्शन एवं सस्ती दरों पर कीटनाशी एवं आदान सस्ती दरों पर उपलब्ध करवायीं जाएंगी।

     साथ ही उच्च तकनीकों को अपनाने में तीव्रता लाने के लिए वेल्यू चेन क्लस्टरों एवं बीज हब स्थापना संबंधित सभी विषयों पर विस्तृत चर्चा की।जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम के अगले चरण में तकनीकी सत्र का आयोजन किया गया, जिसके अंतर्गत सर्वप्रथम वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. एस.के. कौशिक द्वारा जलवायु स्मार्ट कृषि एवं तिलहन किस्मों के संबंध में किसानों को विस्तृत रूप से प्रशिक्षण दिया। वैज्ञानिक डॉ. सविता कुमारी ने तिलहनी फसलों में समन्वित पोषण तत्व प्रबंधन विषय पर किसान भाईयों को प्रशिक्षित किया। साथ ही उन्होंने मिट्टी को पोषित रखने संबंधित विषय पर विशेष जोर दिया। प्रशिक्षण को आगे बढ़ाते हुए केन्द्र के वैज्ञानिक श्री डी. के. सूर्यवंशी ने तिलहनी फसलों में एकीकृत कीट एवं बीमारी नियंत्रण पर किसानों को समझाईश दी।

     केन्द्र की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. रेखा तिवारी ने सभी महत्वपूर्ण तिलहनी फसलों के मूल्य संवर्धित पदार्थों के विषय में विस्तृत प्रशिक्षण दिया। इसी कडी.में केन्द्र के वैज्ञानिक श्री एच.आर. जाटव ने तिलहनी फसलों के विस्तार के लिए सामुहिक प्रयास से किसान उत्पादक संगठन के विषय पर चर्चा की । तकनीकी सत्र में अंतिम चरण में वैज्ञानिक डॉ. मौनी सिंह ने तिलहनी फसलों के पोषक तत्वों व मानव जीवन व उनके स्वास्थ्य में भूमिका विषय पर विस्तृत प्रशिक्षण दिया। कार्यक्रम के अंतिम चरण में कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री विजय चौरसिया एवं केन्द्र प्रमुख डॉ. ए.के.दीक्षित एवं वैज्ञानिको द्वारा (SCSP) योजनाअंतर्गत अनुसूचित जाति किसानों को बैटरी चलित स्प्रे पंप का वितरण किया इसमें कुल 33.किसानों को पंप का वितरण किया गया। कार्यक्रम का संचालन वैज्ञानिक डॉ. सविता कुमारी द्वारा किया गया। आभार प्रदर्शन केन्द्र के प्रसार वैज्ञानिक श्री एच. आर जाटव द्वारा किया गया। कार्यक्रम में सहयोग श्री अजय गुप्ता एवं श्रीमती सपना सिंह द्वारा किया गया।