सागर l सानोधा गांव में दो दिन पहले गांव की एक लड़की लापता हो गई। एक दिन बाद ही लड़की की शादी थी। मामले में परिजनों को जानकारी लगी कि गांव का ही विशेष समुदाय का युवक उनकी लड़की को भगा ले गया है। यह जानकारी लगते ही परिजन पुलिस थाने पहुंचे, जहां उन्होंने पुलिस को घटनाक्रम बताया। पुलिस ने ढीला ढाला रवैया दिखाते हुए तीन घंटे बाद गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की। लड़की को तलाशने के ठोस प्रयास नहीं किए जब यह जानकारी गांव में फैली तो लोग आक्रोश में आ गए। उन्होंने आरोपी की दुकान को आग के हवाले कर दिया। जब प्रशासन को जानकारी लगी तो मौके पर दमकल की गाड़ियां लेकर पुलिसबल गांव पहुंचा। तब आक्रोशित लोगों ने पथराव कर दिया, जिससे निपटने में पुलिस को हलका बल प्रयोग करना पड़ा मौके पर जिला कलेक्टर एसपी तथा स्थानीय विधायक प्रदीप लारिया भी गांव पहुंचे तथा लोगों को समझाया बुझाकर हालत पर काबू पाया। पथराव कर रहे लोगों को समझाइश देते वक्त विधायक प्रदीप लारिया भी चोटिल हुए हैं, जिन्हें पांव में चोट आई है। विधायक ने आरोप लगाया कि आरोपी युवक तथा इसके परिवार का गांव में आतंक है। यह परिवार तमाम गैरकानूनी गतिविधियों में संलिप्त है। इस क्षेत्र में हिंदू युवतियों को फुसला कर भगा ले जाने का यह पांचवां मामला है। उन्होंने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। गांव में अभी भी  माहौल तनावपूर्ण है लोग पुलिस पर विशेष समुदाय को संरक्षण देने के गंभीर आरोप भी लगा रहे हैं l यदि पुलिस ने परिजनों की शिकायत को गंभीरता से लिया होता तो शायद इतना बड़ा बवाल खड़ा नहीं होता अभी भी स्थिति नियंत्रण में नहीं है l ग्रामीणों में आक्रोश बहुत ज्यादा है कहीं मऊगंज जैसी घटना की पुनरावृत्ति  व्यक्ति ना हो जाए l