भोपाल l सोमवार को जैसे ही एयर ट्रैफिक कंट्रोल टॉवर को विमान हाईजैक की सूचना मिली। सुरक्षा और प्रबंधन से जुड़े सभी अधिकारी और अमला अचानक से सक्रिय हो गया। ऐसा लग रहा जैसे सच में किसी विमान का अपहरण किया जा रहा हो। हालांकि, यह एक वार्षिक एंटी हाईजैक मॉक ड्रिल थी l मॉक ड्रिल का मकसद ही था कि किसी आपात स्थिति में भोपाल में कैसे निपटा जाएगा। सूचना के बाद सभी एजेंसियों समन्वित तरीके से एक-दूसरे के बेहतर समन्वय के साथ स्थिति को पूरी तरह से संभाला और क्विक रिस्पांस के लिए भी सभी एजेंसियां तत्पर दिखीं। मॉक ड्रिल का मकसद ही था कि किसी आपात स्थिति में भोपाल में कैसे निपटा जाएगा। सूचना के बाद सभी एजेंसियों समन्वित तरीके से एक-दूसरे के बेहतर समन्वय के साथ स्थिति को पूरी तरह से संभाला और क्विक रिस्पांस के लिए भी सभी एजेंसियां तत्पर दिखीं।