भोपाल। पीएचई मंत्री श्रीमती संपत्तियों उइके अपने विधानसभा क्षेत्र में अपने जिले में, अपने प्रभार के जिले में और पीएचई मंत्री के रूप में पूरे प्रदेश में सक्रिय हैं और सक्रियता भी ऐसी है कि वह संगठन और सत्ता की चहेती बनी हुई हैं। सारी जिम्मेदारियों के निर्वहन के साथ-साथ वह कुछ ऐसे काम भी कर जाती है जो कोई अन्य मंत्री नहीं कर पा रहा है। ग्लोबल इन्वेस्टरर्स समिट के दौरान पीएचई मंत्री एक आलेख लिखती हैं जिसकी हेडिंग होती है "मध्य प्रदेश में औद्योगिक विकास के स्वर्ण युग का सुप्रभात" उनका यह आलेख दो दिवसीय जीआईएस के पहले ही दिन समाचार पत्र पत्रिकाओं में छपता है जिस दिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ग्लोबल इन्वेस्टरर्स समिट का शुभारंभ करने आते हैं। जीआईएस के बाद फिर उनका एक नया आलेख आता है जिसका शीर्षक होता है "ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट ने जीता उद्योगपतियों का भरोसा इसके बाद में 4 मार्च को पीएचई मंत्री, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की सफलता की बधाई देने जाती है। वे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को शाल, श्रीफल और भगवान श्री राम की प्रतिमा भेंट करती है और कहती हैं कि मुख्यमंत्री डॉ यादव के प्रभावी नेतृत्व में प्रदेश, निवेश और उद्योगों के लिए एक आदर्श केंद्र बनकर उभर रहा है। ग्लोबल इन्वेस्टरर्स समिट के सफल आयोजन से देश-विदेश के निवेशकों का मध्यप्रदेश पर विश्वास पहले से और अधिक मजबूत हुआ है। इससे राज्य के बड़े पैमाने पर औद्योगिक विस्तार और आर्थिक समृद्धि के मार्ग प्रशस्त हुए हैं। इसके बाद अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर उन्होंने अपना पहला आलेख "नारी सशक्तिकरण से ही राष्ट्र सशक्त होगा' लिखा उसके तुरंत बाद उन्होंने "संघर्ष से सशक्त नेतृत्व की ओर अग्रसर जनजातीय महिलाएं" इस शीर्षक से दूसरा आलेख लिखा। उनकी लगातार सक्रियता देखिए। क्या कोई और मंत्री इस दौरान इतना सक्रिय था तो जवाब है नहीं। यही वजह है कि पीएचई मंत्री श्रीमती संपत्तियां उड़के ना सिर्फ केंद्रीय नेतृत्व की बल्कि प्रदेश में भी सत्ता और संगठन की आंखों का तारा बनी हुई हैं. चहेती बनी हुई हैं।