विदिशा l मप्र राज्य सहकारी विपणन संघ के प्रबंध संचालक आईएएस श्री आलोक कुमार सिंह ने आज विदिशा जिले के प्रवास दौरान जिला उपार्जन कमेटी के सदस्यों के साथ चनामसूर एवं सरसों उपार्जन केन्द्र सेवा सहकारी समिति सांकलखेड़ा गिरधर वेयरहाउस एवं देवखजूरी गिरिराज वेयरहाउस का निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान किसानों से चर्चा एवं किसानों के भुगतान की समीक्षा की है।

   रबी विपणन वर्ष 2025-26 हेतु विदिशा जिले में चनामसूर एवं सरसों के 72 उपार्जन केन्द्र संचालित किये गये हैं। इन उपार्जन केन्द्रों में कुल 19893 किसानों से 49336 मैट्रिक. टन की खरीदी की गई है।जिसमें 2640 किसानों से चना 7670 मैटिक टन मसूर 16699 किसानों  से 40168 मैटिक.टन  एवं 554किसानों से सरसों 1498 मैट्रिक टन  खरीदी की गई।

   कलेक्टर श्री अंशुल गुप्ता के मार्गदर्शन में क्रियान्वित उपार्जन कार्यो की जानकारी देते हुए जिला विपणन अधिकारी श्री कल्याण सिंह ने बताया कि समर्थन मूल्य पूरे प्रदेश में दलहनी फसलों की खरीदी कार्य में विदिशा जिला प्रथम स्थान पर है। जिले में चनामसूर एवं सरसों के लिए कुल पंजीयन 50516 के विरूद्ध 19893 किसानों ने दलहन शासकीय खरीदी केन्द्रों में विक्रय किया गया है। जो कुल पंजीयन से विक्रय का 40 प्रतिशत है। दलहन उपार्जन का कार्य आगामी 31 मई 2025 तक किया जायेगा जिसमें 21 मई  तक किसानों के स्लॉट बुक किए जा सकेंगे।

    जिला विपणन अधिकारी कल्याण सिंह ने बताया कि कुल उपार्जित मात्रा की भुगतान योग्य राशि 321.38 करोड़ के विरूद्ध 17197 किसानों को 294.32 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है। जो कुल भुगतान का गया 92 प्रतिशत  है तथा बैंक प्रक्रिया में 43.5 करोड़ की राशि (किसान संख्या 1322) है एवं 251.27 करोड़ (किसान संख्या 15875) का भुगतान किसानों के खाते में हो चुका है वहीं भुगतान की प्रक्रिया तहत  92.42 प्रतिशत भुगतान कर  विदिशा जिला प्रदेश प्रथम स्थान पर है।