पाकिस्तान पर भेदभाव, सैन्य सोशन और आर्थिक दमन का आरोप लगाते हुए लंबे वक्त से बलूच आजादी चाहते हैं। जिसके तहत आजाद बलूचिस्तान की मांग लंबे वक्त से उठ रही है। अपने इसी मांग को लेकर बलूचों ने पाकिस्तान के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद कर रखा है। जिसके चलते शहबाज और मुनीर आर्मी की मुसीबतें बढ़ी हुई है। 

बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने पाक आर्मी और खुफिया एजेंसी आईएसआई को निशाना बनाते हुए 80 से ज्यादा हमले किए हैं। बीते 24 घंटों में हुए इन हमलों में 60 से ज्यादा ठिकानों को निशाना बनाया गया। बीएलए ने जिन ठिकानों पर हमला किया, उनमें पाक सेना की चौकियां और आईएसआई के अड्डे शामिल थे। बीएलए ने कहा कि इन हमलों का उद्देश्य सिर्फ दुश्मन को नुकसान पहुंचाना नहीं था, बल्कि सैन्य समन्वय, जमीनी नियंत्रण और रक्षात्मक व्यवस्था की परीक्षा लेना था। इन हमलों को बीएलए ने पाकिस्तान के खिलाफ संगठित युद्ध की शुरुआत बताया है।