कस्टम हायरिंग सेंटर योजना से मिले अनुदान से दीपेश वर्मा ने ला दी खेती में क्रांति

सीहोर l केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा गरीबों एवं किसानों के कल्याण के लिए अनेकों जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है। इन्हीं योजनाओं में से एक है कस्टम हायरिंग सेंटर योजना। इस योजना की सहायता से अनेकों किसानों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आए है। कस्टम हायरिंग सेंटर योजना भारत सरकार और राज्य सरकार की एक संयुक्त पहल है, जिसके अंतर्गत किसानों को कृषि यंत्र खरीदने के लिए अनुदान प्रदान किया जाता है। इसका उद्देश्य छोटे और मध्यम किसानों को महंगे कृषि उपकरण खरीदने में सक्षम बनाना है, ताकि वे आधुनिक यंत्रों की सहायता से अपनी खेती को उन्नत बना सकें और इन यंत्रों से अतिरिक्त आमदनी भी अर्जित कर सकें।
सीहोर जिले के ग्राम निपानिया के युवा किसान श्री दीपेश वर्मा भी उन्हीं किसानों में से एक है, जिन्हें इस कस्टम हायरिंग सेंटर योजना का लाभ मिला है। किसान श्री दीपेश वर्मा ने कस्टम हायरिंग सेंटर योजना से जुड़कर खेती में क्रांति ला दी है। किसान श्री दीपेश वर्मा ने इस योजना के तहत सरकार से 08 लाख 16 हजार रूपये का अनुदान प्राप्त कर दो ट्रेक्टर, एक ट्रॉली, दो सीडकम फर्टिड्रिल, दो कल्टीवेटर, एक स्ट्रा रीपर, एक रोटावेटर और एक प्लॉ प्राप्त किया है। किसान श्री दीपेश वर्मा इन कृषि यंत्रों की सहायता से न केवल स्वयं की खेती सुचारू रूप से कर रहे हैं, बल्कि इन यंत्रों को किराए पर देकर प्रतिवर्ष 08 से 10 लाख रूपये तक की आमदनी भी प्राप्त कर रहे हैं।
किसान श्री दीपेश वर्मा ने बताया कि कस्टम हायरिंग सेंटर योजना ने मेरी जिंदगी बदल दी। आज मैं आधुनिक मशीनों से खेती कर रहा हूं और मेरी आय भी कई गुना बढ़ गई है। किसान श्री दीपेश कहते हैं कि सरकार की यह योजना वास्तव में किसानों की समृद्धि की दिशा में एक बड़ा कदम है। किसान श्री दीपेश वर्मा ने इस योजना के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को दिल से धन्यवाद दिया है।