श्रीमती लता देवी 18 बीघा में जैविक खेती कर बनी आत्मनिर्भर

मुरैना/पोरसा विकासखण्ड की ग्राम पंचायत के अंतर्गत ग्राम बमूर का पुरा निवासी श्रीमती लता देवी पत्नी धर्मवीर तोमर ने 2021 से खेती किसानी कर रही है ।वह करीबन 18 बीघा की ज़मीन में खेती कर रही है। श्रीमती लता देवी बताती हैं कि उन्होंने 18 बीघा ज़मीन पर जैविक खेती करना शुरू किया है वह कहती है की यह कार्य उनके द्वारा 2021 से किया जा रहा हैं।वह बताती है कि जैविक खेती में जो भी प्रणाली उपयोग में आती है मैं उन्हें सीखकर अपनी खेती में सुधार ला रही हूँ।जिससे मुझे समाज में आत्म सम्मान मिला है लोग मुझे वैज्ञानिक कृषक के रूप में पहचान रहे है।वह बताती है कि जैविक खेती में उनके द्वारा जीवाअमृत, घनजीवा, अमृतगोबर, गैस, स्लरी, केंचुआ खाद, कीट नियंत्रण हेतु नींम तेल द्रश्यप्रणी आदि का उपयोग किया जाता है।वह बताती है कि अभी तक वह सरसों, चना, गेहूं, अरहर, ग्रीष्मकालीन मूंग की खेती के साथ-साथ गन्ना, केला, पपीता, अनार, जामुन, सेहतूत, अनजीर, गुलाब, सहजन, मिर्ची, बेगन, हल्दी से पैदावार ले चुकी है।उनके द्वारा सिंचाई के लिये ड्रिप सिस्टम का प्रयोग किया जाता है।इसके साथ ही वह बताती है कि गाय, भैंसो के लिये हरे चारे के तौर पर चरी, नेपियर घास की भी उपज उनके द्वारा की जा रही है। इस वर्ष उनको द्गेहूं, चना, सरसों की फसल से बम्फर पैदावार मिली है। कृषक श्रीमती लता देवी बतातीं है कि जैविक खेती से फसल इतनी मुनाफे वाली हुई है कि उनके द्वारा मंडी में 8 हजार रूपये क्विंटल चना एवं गेहूं का विक्रय अच्छी क़ीमत में किया गया । वह कहती है कि ये सब मार्गदर्शन उन्हें कृषि विभाग के कृषि विस्तार अधिकारी श्री मोहन लाल शर्मा द्वारा दिया गया।वह कहती है कि जैविक खेती कार्यक्रम को वह प्रांतीय स्तर पर ले जाना चाहती है।वह कहती है कि जैविक तरीक़े से खेती करने से मैं बेहद ख़ुश हूँ मेरी आय में भी बढ़ोतरी हुई हैं।वह कहती हैं कि जैविक खेती करने में कृषि विभाग के अधिकारियों से मुझे भरपूर सहयोग दिया है। इससे मेरी इस क्षेत्र में महिला किसान के रूप में पहचान बन गई है।