नई दिल्ली । केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2025-26 के खरीफ सत्र के लिए धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 69 रुपये बढ़ाकर 2,369 रुपये प्रति क्विंटल करने की मंजूरी दी है। इस बात की जानकारी केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए एक बड़ा फैसला लिया गया है। पिछले 10-11 सालों में खरीफ फसलों के लिए MSP में भारी बढ़ोतरी की गई है। इसी कड़ी में, खरीफ विपणन सत्र 2025-26 के लिए MSP को कैबिनेट द्वारा मंजूरी दी गई है। कुल राशि लगभग 2,07,000 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। हर फसल के लिए लागत के साथ 50% को भी ध्यान में रखा गया है। दालों की बात करें तो 2025-26 के खरीफ सत्र के लिए तुअर का न्यूनतम समर्थन मूल्य 450 रुपये बढ़कर 8,000 रुपये प्रति क्विंटल, उड़द का 400 रुपये बढ़ाकर 7,800 रुपये प्रति क्विंटल और मूंग का 86 रुपये बढ़ाकर 8,768 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। रामतिल, रागी, कपास और सेसम (तिल) के लिए एमएसपी में पिछले वर्ष की तुलना में उच्चतम पूर्ण वृद्धि की सिफारिश की गई है। खरीफ फसलों के 2025-26 के लिए समर्थन मूल्य में वृद्धि केंद्रीय बजट 2018-19 के अनुरूप है, जिसमें एमएसपी को उत्पादन लागत के कम से कम 1.5 गुना के स्तर पर करने की घोषणा की गई थी। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने ब्याज सहायता योजना को मंजूरी दी है। अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री रहते हुए किसान क्रेडिट कार्ड की शुरुआत की गई थी। इससे किसानों के लिए कार्यशील पूंजी प्राप्त करना बहुत आसान हो गया था। ब्याज सहायता योजना के माध्यम से कार्यशील पूंजी की लागत कम हो गई है। प्रभावी रूप से, किसानों के लिए 4% ब्याज पर 2 लाख रुपये तक का ऋण/पूंजी सुनिश्चित करने पर विचार किया गया है।