विश्व पर्यावरण दिवस पर -

ऑक्सीजन पार्क के पास नपा ने नीम पर चलाई कुल्हाड़ी

रायसेन। 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया रहा था, वहीं नगर पालिका ने एक हरे-भरे नीम के पेड़ को काटकर पर्यावरण संरक्षण के अपने ही दावों पर सवाल खड़े कर दिए।

    यह घटना ऑक्सीजन पार्क के पास बनी नव निर्मित स्वच्छता चौपाटी की है, जहां वर्षों पुराना नीम का पेड़ जो पक्षियों का घर और शुद्ध वायु का स्रोत था अब सिर्फ एक कटे हुए ठूंठ में तब्दील कर दिया गया।

रायसेन जिला विकास समिति के सदस्य जी.एल. शाक्य ने इसे “शर्मनाक” करार देते हुए कहा  “यदि विकास का मतलब जीवित वृक्षों की बलि है, तो यह विनाश की ओर पहला कदम है।”
   प्रहलाद चावला ने कहा, “ पालिका ने हरियाली को मलबा समझा। यह लापरवाही नहीं, सोच की खामी है।”
    डॉ. ए.सी. अग्रवाल ने कहा “यह सिर्फ एक पेड़ नहीं, एक मानसिकता की हत्या है। जो हरियाली को विकास में बाधा मानते हैं, वे विनाश को न्यौता दे रहे हैं।”
    डॉ. ए.के. शर्मा ने सुझाव दिया कि दोषी कर्मचारियों को 100 कदंब वृक्षों के रोपण व संरक्षण का दायित्व पालिका द्वारा सौंपा जाए ताकि यह गलती एक उदाहरण बने।
    अलर्क राजपूत ने कहा 
"क्या विकास अब केवल सीमेंट और टाइल्स का नाम है ? अगर ऑक्सीजन पार्क के पास नीम का वृक्ष सुरक्षित नहीं, तो बाकी शहर की हवा कितनी सुरक्षित है?”

   हरित विश्वकर्मा ने बताया कि इस मामले में रायसेन जिला विकास समिति प्रधानमंत्री कार्यालय सहित विभिन्न मंचों पर विधिसम्मत शिकायत करेगी।
   समिति के अध्यक्ष हरीश मिश्र, सदस्य मिथिलेश सोनी, डॉ चेतन शर्मा, शिवजीत राठौर,
अमित ठाकुर, संघर्ष शर्मा, मनोज कुशवाहा, पवन शाक्य, नरेंद्र महेश्वरी, ओम प्रकाश शर्मा, दीपक ठाकुर, जावेद अहमद, याकूब खान, तिलक शाक्य, निलेश जैन, नितेश गोयल, अंकित गुप्ता, राहुल बघेल सहित कई सदस्यों ने इस घटना की निंदा की है।

सादर 
रायसेन जिला विकास समिति, रायसेन