इंदौर l राजा ने 23 मई को सुबह छह बजे होम स्टे से चेकआउट किया। इसके पीछे साजिश यह थी कि सुबह हत्या करते कोई देख नहीं पाएगा और झरने में लाश को ठिकाने लगाना भी आसान हो जाएगा, लेकिन वहां अन्य पर्यटक भी थे इसलिए सोनम को राजा को सुबह मारने का प्लान कैंसिल करना पड़ा। तीन घंटे तक झरने के आसपास की सैर की। इसके बाद राजा और सोनम सीढ़ियां चढ़ने लगे। उसी समय हत्या करने आए युवकों ने खुद को एमपी का ही बताते हुए राजा से पहचान कर ली। तीन बजे के आसपास फोटो खिंचवाने के बहाने सोनम, राजा को दो साल से बंद पडे़ वाइसावडोंग पार्किंग यार्ड तक ले गई और सुनसान क्षेत्र देखकर सोनम ने तीनों आरोपियों को कहा- मार डालो इसे...। इसके बाद विशाल ने पीछे से सिर पर हथियार से वार कर दिया। राजा ने पलटकर सामना करने की कोशिश की, लेकिन फिर दूसरे वार को वह झेल नहीं पाया और जमीन पर गिर पड़ा।