ज्ञान पाने के लिए त्याग और संघर्ष जरूरी-राज्यमंत्री

सतना l भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय एवं म.प्र. स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित इंस्पायर अवार्ड मानक विज्ञान प्रदर्शनी 2025 का समापन गुरूवार को शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय व्यंकट क्रमांक-1 में नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी के मुख्यातिथ्य में समारोहपूर्वक किया गया। कार्यक्रम में महापौर योगेश ताम्रकार, जिला पंचायत अध्यक्ष रामखेलावन कोल, उपाध्यक्ष सुस्मिता सिंह परिहार, कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस, प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी विष्णु त्रिपाठी, एडीई गिरीश अग्निहोत्री, एडीपीसी सुनील कुमार निगम, प्राचार्य कमलेश सिंह बघेल, प्रोफेसर डॉ. शिवेश प्रताप सिंह सहित शैक्षणिक स्टाफ छात्र-छात्रायें तथा अभिभावक उपस्थित रहे। राज्यमंत्री श्रीमती बागरी ने कहा कि छात्र-छात्रायें अपने गुण, ज्ञान और संस्कार से आगे बढते है। विद्यालय का काम सिर्फ उन्हें आगे बढाने में सहयोग करना है। उन्होंने कहा कि ज्ञान पाने के लिए भौतिक सुख-सुविधाओं और आलस्य का त्याग करना पडता है। जीवन में अभाव और संघर्ष से जूझ कर आगे बढने वाले ही सफलता को प्राप्त करते है। राज्यमंत्री ने कहा कि अभाव का जीवन जीकर सरकारी स्कूल में पढने वाले बच्चे ही अक्सर आईएएस और आईपीएस जैसे बडे-बडे पदों पर पदासीन होते हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रतियोगिता में शामिल होना यह दर्शाता है कि उस स्पर्धा को जीतने की क्षमता और आत्मविश्वास प्रतिभागी में है। किसी भी प्रतियोगिता में शामिल प्रतिभागी की कभी हार नहीं होती। वह या तो जीतता है या सीखता है। कार्यक्रम को महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष ने भी संबोधित किया। 25 एवं 26 जून को आयोजित दो दिवसीय जिला स्तरीय मानक इस्पायर अवार्ड विज्ञान प्रदर्शनी में सतना एवं मैहर जिले के विभिन्न विद्यालयों से 173 विद्यार्थी अपने प्रोजेक्ट माडल को लेकर शामिल हुए। जिनमें 18 छात्र-छात्राओं का राज्य स्तर की प्रतियोगिता के लिए किया गया है। छात्रों ने अपने क्रियाशील माडलों में नवाचार एवं तकनीकी कौशल का भरपूर उपयोग किया तथा कई नवीन मॉडल प्रस्तुत किये। ज्यूरी के रूप में राष्ट्रीय नवप्रर्वतन प्रतिष्ठान से वैज्ञानिक भारत सरकार से नियुक्त इंजीनियर विराट त्रिपाठी, सेवा निवृत्त प्राध्यापक डॉ. जेपी गुप्ता तथा डॉ. शिवेश प्रताप सिंह ने विद्यार्थियों द्वारा बनाये गऐ प्रार्दशों का अवलोकन कर मूल्याकंन किया।