सागर l सबमिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्शटेंशन, आत्मा योजना अंतर्गत कृषि विज्ञान केन्द्र में कृषि विभाग द्वारा कृषि विज्ञान मेले के आयोजन में कृषि वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को समसमायिक जानकारी सहित विविध विषयों जैसे मूंग, उडद की उन्नत खेती, ड्रोन का उपयोग एवं महत्व, समन्वित कीट एवं रोगनाषी का प्रबंधन, फर्टीगेशन मेथड से ड्रिप खेती, फसलों की लागत कम करने के उपाय, खेती में जैविक उर्वरकों का उपयोग, ग्रीष्मकाल में फलदार वृक्ष लगाने हेतु फल-बाग प्रबंधन एवं अजोला, नेपियर घास एवं पषुओं का ग्रीष्मकाल में प्रबंधन सहित मूल्य संवर्धन तकनीकी पर व्याख्यान दिया गया।
कार्यक्रम का आयोजन जिला पंचायत स्थायी कृषि समिति के अध्यक्ष श्री संतोष पटेल के मुख्य आतिथ्य में एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. के.एस.यादव की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर कृषि विभाग, कृषि विज्ञान केन्द्र, कृषि विज्ञान केन्द्र बिजौरा, पैरागॉन ईरीगेषन, मान्सेपा मार्केटिंग, कम्पो एक्सपर्ट, नेटाफेम ईरीगेषन इंडिया प्राइवेट लिमि., इफको आदि द्वारा प्रदर्षनी लगाई गई। साथ ही कृषि विज्ञान केन्द्र में विभिन्न प्रकार की प्रदर्शन इकाईयों का भी किसानों द्वारा जीवंत अवलोकन किया गया। मुख्य अतिथि श्री संतोष पटेल एवं संयुक्त संचालक श्री बी.एल.मालवीय द्वारा इस अवसर पर विभिन्न किसानों एवं कृषि विज्ञान केन्द के वैज्ञानिकों को उत्कृष्ट कार्य हेतु एवं उत्कृष्ट प्रदर्षनी लगाने हेतु प्रषस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र बिजौरा के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ आषीष त्रिपाठी, कृषि विभाग के सहायक संचालक श्री जितेन्द्र राजपूत, श्री भूपेन्द्र राजपूत, षैलेन्द्र पाण्डे, सहित वैज्ञानिकगण डॉ. वैषाली षर्मा, श्री डी.पी.सिंह, श्री मयंक मेहरा एवं कृषि अधिकारी उपस्थित थे।